किसान आंदोलन: हरियाणा के इन जिलों में इंटरनेट सेवा बहाल.. दिल्ली के ये बॉर्डर खुले; अभी और राहत मिलने के आसार
हरियाणा 25 फ़रवरी 2024| हरियाणा सरकार ने किसान आंदोलन के चलते रोकी गई सेवाओं को बहाल करना शुरू कर दिया है। हरियाणा के सात जिलों में 13 फरवरी से इंटरनेट सेवाएं बंद थीं। कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, फतेहाबाद, सिरसा, जींद और हिसार में आज सुबह इंटरनेट सेवा शुरू कर दी गई है। इंटरनेट शुरू होने से लोगों को बड़ी राहत मिली है। माना जा रहा है कि सरकार अब सील की गई सड़कों पर भी कुछ राहत दे सकती है.
किसान आंदोलन के चलते गत 13 फरवरी से ही इंटरनेट सेवाएं बंद चल रही थीं, इसके साथ ही पंजाब से लगती जिले की सीमाएं भी सील की गई थीं। जिले के पेहवा क्षेत्र में पंजाब से लगी ट्यूकर सीमा और इस्मा इलाहाबाद की कुम्हार माजरा सीमा को सील कर दिया गया, जबकि शाहाबाद में मारकंडा नदी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 44 को भी सील कर दिया गया।
देर रात तक सरकार की यह पाबंदी जारी रही, लेकिन आज सुबह से जैसे ही इंटरनेट सेवाएं बहाल हुई तो लोगों को बड़ी राहत मिली। वहीं उम्मीद की जा रही है कि आज से ही सील की गई सीमाओं के साथ-साथ नेशनल हाईवे पर भी कुछ राहत दी जाए।
उधर, किसानों का दिल्ली कूच 29 फरवरी तक स्थगित होने के बाद दिल्ली प्रशासन ने राजधानी दिल्ली की तरफ बॉर्डर आंशिक रूप से खोलने शुरू कर दिए हैं। शनिवार को नेशनल हाईवे-44 स्थित कुंडली-सिंघु बॉर्डर की सर्विस रोड से दिल्ली पुलिस ने बुलडोजर की मदद से बैरिकेड्स हटा दिए। बहादुरगढ़ में भी टीकरी बॉर्डर का एक हिस्सा खोल दिया गया।पुलिस ने छह में से 5 लेयर की बैरिकेडिंग हटाई हैं। रात तक पुलिस कंक्रीट की दीवार हटाने में जुटी रही। रविवार सुबह तक वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी।
इन दोनों रास्तों के खुलने से दिल्ली-हरियाणा मार्ग के यात्रियों को राहत मिलेगी। कुंडली क्षेत्र के उद्योगपति, दुकानदार, व्यापारी 13 फरवरी के बाद से ही इन मार्गों को खोलने की मांग कर रहे थे। दिल्ली पुलिस के अनुसार, वाहनों की आवाजाही के लिए मार्गों को खोला जा रहा है।
दूसरी तरफ, पंजाब से सटे हरियाणा के शंभू व जींद के दातासिंह वाला बॉर्डर पर पूरे दिन शांति बनी रही। किसानों व पुलिस-अर्द्धसैनिक बलों के जवानों में कोई टकराव नहीं हुआ। दोनों जगह किसानों ने मृत किसानों की स्मृति में कैंडल मार्च निकाला। वहीं, शंभू बॉर्डर पर बने पुल पर भी हरियाणा की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे. बॉर्डर से करीब एक किलोमीटर पहले किसानों ने रस्सी लगा दी है, जिसके चलते किसी को भी आगे जाने की इजाजत नहीं दी गई.
सिंघु बॉर्डर की सर्विस लेन और टिकरी की एक लेन खुली.
पुलिस ने दो हफ्ते से बंद सिंघु बॉर्डर की सर्विस लेन और टिकरी बॉर्डर की एक लेन खोलने का फैसला किया है. रविवार सुबह तक वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा। शनिवार शाम करीब 4 बजे सिंघु बॉर्डर के दोनों तरफ एक-एक सर्विस लेन खोलने का काम शुरू किया गया, जो देर रात तक जारी रहा. वहीं, पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा के निर्देश पर यह कदम उठाया जा रहा है. इस फैसले पर बॉर्डर के आसपास के लोगों और दुकानदारों ने खुशी जताई है.
कुंडली औद्योगिक क्षेत्र में दिल्ली से बड़ी संख्या में मजदूर काम करने जाते हैं। रास्ता बंद होने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. श्रमिकों का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्रों में कच्चे माल की कमी है, जिससे काम प्रभावित हो रहा है.
बहादुरगढ़: टीकरी बॉर्डर खुला, हटाए जा रहे बैरिकेड
बहादुरगढ के टीकरी बॉर्डर से शनिवार को 6 में से 5 लेयर की बैरिकेडिंग हटाई गई है। यहां केवल कंक्रीट की दीवार हटाना बाकी है। रास्ता बंद होने के कारण यहां से आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा था। बहादुरगढ़ में सेक्टर 9 मोड़ से अभी बैरिकेड्स नहीं हटाए गए हैं।
सोनीपत: नेशनल हाईवे-44 के सर्विस रोड को दिल्ली की सीमा से पुलिस ने खोलना शुरू किया
किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान के बाद 13 फरवरी को बंद किए गए नेशनल हाईवे-44 के सर्विस रोड को दिल्ली की सीमा से पुलिस ने खोलना शुरू कर दिया है। दिल्ली पुलिस सर्विस रोड पर चारों लेन को खोल रही है। जिनके खुलने से दिल्ली आवागमन में काफी मदद मिल सकेगी।
कुंडली क्षेत्र के उद्योगपति, दुकानदार, व्यापारियों के साथ ही आसपास के लोग भी लंबे समय से मार्ग को खोले जाने की मांग कर रहे थे। सर्विस रोड खोले जाने से वाहन चालकों को काफी राहत मिल सकेगी।