Who is Bhole Baba : यूपी के हाथरस जिले में भोले बाबा के सत्संग में अचानक से भगदड़ मचने से 100 लोगों की मौत हो गई, जानिए कौन हैं भोले बाबा जिनके सत्संग में लोगों की जान चली गई।
Who is Bhole Baba : आज के हुए हाथरस हादसे मे इतनी बड़ी संख्या मे हुई मौत की ख़बर सुन कर हर व्यक्ति बस एक ही सवाल है की आखिर कौन है हाथरस हादसे के बोले बाबा जिनका असली नाम नारायण साकार है। यह हादसा इतना बयनायक था की हर कोई सिर्फ मृतिक लोगो की और घ्यालो की चर्चा कर रहे है। आपको बता दे की बोले बाबा ने अपनी नौकरी छोड़कर शुरू किया था सत्संग करना।
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 2 जुलाई को बड़ी घटना घटित हुई, भोले बाबा के सत्संग में अचानक से भगदड़ मचने से 100 से अधिक लोगों की मौत होने की खबर है वहीं 100 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं हालांकि मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है, बता दें कि संत भोले बाबा जिनका असली नाम नारायण साकार हरि भोले बाबा है , साकार विश्व हरि भोले बाबा का सत्संग हाथरस में हो रहा था और सत्संग के बाद मचे हरकम से हुए मौत को डेक हर व्यक्ति के अंदर बस एक ही सवाल है की आखिर हैं कौन हाथरस हादसे के बोले बाबा जिन्हने देखने एवं सुन ने के लिए हर साल 70 से 80 हाज़र लोग एककत्रित होते है।
मीडिया रिपोर्टों माने तो नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के एटा जिले बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं और उनकी शुरुआत पढ़ाई लिखाई इधर से ही हुई थी हालांकि बाद में पढ़ाई पूरी करके वो इंटेलीजेंस विभाग में नौकरी करने लगे फिर कुछ सालों बाद वीआरएस लेकर वो अध्यात्म की तरफ मुड़ गए।
भोले बाबा के दावे के मुताबिक वीआरएस लेने के बाद भगवान से साक्षात्कार हुआ इसके बाद इन्होंने अपना जीवन मानव कल्याण में लगाने का फैसला कर लिया वो भक्तों फरियाद पर अलग-अलग स्थानों पर घूमकर सत्संग करते हैं।
आपको बता दे की भोले बाबा का कहना है कि उनके किये गए सत्संग में जो भी दान, दक्षिणा, चढावा आदि आता है, वह उसे अपने पास नहीं रखते हैं बल्कि वह सब कुछ अपने भक्तों में खर्च कर देते हैं।
हाथरस मे सत्संग के लिए आये भोले बाबा का दावा है कि उनके भक्तों और अनुयायियों की संख्या लाखों में है जो उनके हर समागम में बड़ी संख्या में पहुंचते हैं, बाबा कहते हैं कि वो अनुयायियों को हमेशा मानवता के कल्याण की बात सिखाते हैं वहीं बताते हैं कि कुछ एक आईएएस और आईपीएस भी उनके शिष्य हैं।
Hathras accident news : भोले बाबा सत्संग में नहीं थे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, इस वजह से मची भगदड़ !
रिपोर्ट के अनुसार, संत भोले बाबा मूल रूप से कांशीराम नगर (कासगंज) में पटियाली गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि पहले वह उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे, लेकिन 18 साल की नौकरी के बाद वीआरएस ले लिया. उन्होंने बताया कि वे अपने गांव में ही झोपड़ी बनाकर रहते हैं और उत्तर प्रदेश के अलावा आसपास के राज्यों में घूम कर लोगों को भगवान की भक्ति का पाठ पढ़ाते हैं. खुद भोले बाबा कहते हैं कि बचपन में वह अपने पिता के साथ खेती बाड़ी का काम करते थे. जवान हुए तो पुलिस में भर्ती हो गए. उनकी पोस्टिंग राज्य के दर्जन भर थानों के अलावा इंटेलिजेंस यूनिट में रही है।
2 साल पहले भी जब देश में कोराना की लहर चल रही थी, उस समय उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में मई, 2022 में इनके सत्संग का आयोजन किया गया. जिला प्रशासन ने सत्संग में केवल 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कानून की धज्जियां उड़ाते हुए 50,000 से अधिक लोग सत्संग में शामिल हुए थे. यहां उमड़ी भीड़ के चलते शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई।
वही ख़बर है की बाब की खुद की आर्मी है जो काले रंग में रहती है जिन्हे सेवादार के नाम से भी जाना जाता है। इसके साथ ही भोले बाबा पर कई जमीन कब्जाने के आरोप है। भोले बाबा का यूट्यूब चैनल भी है उस चैनल मे बाबा के 31 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर है।

ख़बर के मुताबिक, पंडाल में भयानक उमस और गर्मी के कारण भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। सत्संग पुरे होते ही लोग बहार की तरफ भागने लगे। घटनास्थल पर पुलिस प्रशासन और एंबुलेंस पहुंचने में काफी विलंब हुआ जिस कारन मृतक की संख्या बरती गयी। फिल्लाह जांच जारी है, रिपोर्ट की मने तो मृतिक की संख्या अभी और बढ़ाने की उम्मीद है।
वहीं मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं साथ ही सीएम योगी ने घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही इस बात की पुष्टि की गयी है की मृतक के परिवार को 2 लाख और घ्यालो को 50 हज़ार का मुनाफा दिया जायेगा।