दर्जन भर गांवों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं खड़ी हो गई
गुरु गोबिंद सिंह रिफाइनरी के प्रदूषण के कारण
सिरसा।हरियाणा पंजाब की सरहद पर गांव कनकवाल स्तिथ गुरु गोबिंद सिंह रिफाइनरी के प्रदूषण के कारण कालांवाली तहसील क्षेत्र के दर्जन भर गांवों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं खड़ी हो गई हैं। इस समस्या के समाधान के लिए जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला के नेतृत्व में प्रभावित गांवों के मौजिज लोग बठिंडा पहुंचे। इन लोगों की बठिंडा के उपायुक्त जसप्रीत सिंह के साथ बैठक हुई, जिसमें रिफाइनरी के डीजीएम चरणजीत सिंह भी मौजूद रहे।
लोगों को मानसिक परेशानियों के अलावा स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं का सामना करना
दिग्विजय चौटाला ने बताया कि प्रदूषण का प्रभाव इतना है कि प्रभावित गांवों में लोग अपने बेटे-बेटियों की शादी करना तक पसंद नहीं करते हैं। लोगों को मानसिक परेशानियों के अलावा स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कैंसर पीडि़तों की संख्या बढ़ती जा रही है। यहां तक की गर्भपात हो रहे हैं। त्वचा, घबराहट, आंखों के रोग, रक्तचाप आदि अनेक समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। गांवों से पहुंचे लोगों ने भी अपनी समस्याएं बताई। जजपा नेता ने कहा कि जहां उद्योग स्थापित होते हैं, वहां सीएसआर फंड से सामाजिक कार्य होने चाहिए।
एम्स का सैटेलाइट सेंटर डबवाली एरिया में स्थापित होना चाहिए
उन्होंने डीजीएम से सवाल पूछा कि इस दिशा में क्या कार्य हुए हैं। दिग्विजय चौटाला ने सीधे तौर पर कहा कि स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को दूर करने के लिए एम्स का सैटेलाइट सेंटर डबवाली एरिया में स्थापित होना चाहिए। डीसी बठिंडा ने कहा कि हरियाणा सरकार मांगों के संबंध में कोई प्रस्ताव देती है तो प्रस्ताव को रिफाइनरी प्रबंधन को दिया जाएगा। बता दें, कि प्रदूषण के कारण गांव फुल्लो, च_ा, तिगड़ी, हस्सू, नौरंग, असीर, खोखर तथा देसूमलकाना आदि सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
उन्होंने बताया कि सिरसा के उपायुक्त के जरिए जल्द प्रस्ताव उपायुक्त बठिंडा को भेजेंगे। ताकि डबवाली में एम्स का सैटेलाइट सेंटर बन सकें