केरल के वायनाड में भूस्खलन से भारी तबाही: सैकड़ों लोगों के दबे होने की आशंका
केरल के वायनाड जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटना ने क्षेत्र में तबाही मचा दी है। मंगलवार, 30 जुलाई की रात को, वायनाड के मेप्पडी, मुंडक्कई टाउन और चूरल माला में भूस्खलन हुआ, जिसमें सैकड़ों लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस त्रासदी में अब तक 153 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
घटना का विवरण
पहला भूस्खलन मुंडक्कई टाउन में रात करीब 1 बजे हुआ, जब लोग अपने घरों में सो रहे थे। भूस्खलन के कारण इलाके में अफरा-तफरी मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। प्रशासन ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया, लेकिन स्थिति और खराब हो गई जब सुबह 4 बजे चूरल माला में एक और भूस्खलन हुआ। इस बार भूस्खलन ने एक स्कूल को अपनी चपेट में ले लिया, जो शिविर के रूप में इस्तेमाल हो रहा था। साथ ही आस-पास के घरों और दुकानों में भी पानी और कीचड़ भर गया।
बचाव अभियान
फिलहाल, बचावकर्मी लगातार लोगों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान कई लोगों के शव और अंग बरामद किए गए हैं। यह घटना कितनी भयावह है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नदियों और कीचड़ से लोगों के शरीर के अंग मिल रहे हैं।
प्रशासन और राहत एजेंसियां पूरी मुस्तैदी से राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। हालांकि, भारी बारिश और खराब मौसम के कारण बचाव कार्य में कठिनाइयां आ रही हैं। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर जाएं और बचाव दलों के साथ सहयोग करें।
स्थिति की गंभीरता
इस भूस्खलन ने न केवल वायनाड जिले में बल्कि पूरे राज्य में चिंता बढ़ा दी है। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण राज्य में पहले से ही कई इलाकों में जलभराव और अन्य समस्याएं हैं। सरकार ने राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए सेना और एनडीआरएफ को तैनात किया है।
इस त्रासदी ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है और पूरे राज्य को सदमे में डाल दिया है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है और घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है। सरकार ने स्थिति की निगरानी के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है और सभी आवश्यक कदम उठाने का वादा किया है।
अपील
हम सभी से अपील करते हैं कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करें। यह कठिन समय है, लेकिन एकजुट होकर ही हम इस चुनौती से निपट सकते हैं। हमारी संवेदनाएं उन सभी परिवारों के साथ हैं जिन्होंने इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया है।