
हिमाचल प्रदेश में बुधवार रात हुई भारी बारिश ने कहर बरपा दिया है। शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों के ऊपरी क्षेत्रों में बादल फटने की घटनाएं हुई हैं, जिससे कई घर बह गए हैं और 22 लोग लापता हो गए हैं। शिमला जिले के रामपुर उपमंडल के झाकड़ी इलाके में समेज खड्डु में आधी रात को बादल फटने से बाढ़ आई, जिससे 22 लोग लापता हो गए। मंडी जिले की चोहर घाटी के टिक्कन थलटू कोड में भी भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने कई घरों को नुकसान पहुंचाया और 3 लोग लापता हैं।
मंडी के जिलाधीश अपूर्व देवगन और शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी राहत और बचाव कार्यों के लिए मौके पर पहुंच गए हैं। सड़कों के अवरुद्ध होने के कारण राहत कार्य में बाधाएं आ रही हैं। कुल्लू जिले में भी भारी बारिश के कारण कई घर बह गए हैं और मलाणा में पॉवर प्रोजेक्ट 1 का डैम फटने से भारी नुकसान हुआ है।
मौसम विभाग ने राज्य के कुछ हिस्सों में 5 अगस्त तक भारी वर्षा की चेतावनी दी है। प्रदेश में मानसून के दौरान 36 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून सीजन में 114 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिनमें से 19 पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। इसके अलावा, राज्य में वर्षा जनित घटनाओं में 131 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 66 लोग सड़क हादसों में मारे गए हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, अब तक राज्य में 433 करोड़ की संपत्ति को नुकसान हुआ है, जिसमें लोकनिर्माण विभाग को 189 करोड़ का नुकसान हुआ है।
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