
चंडीगढ़, 06 अगस्त – हरियाणा के पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की जमानत रद्द होने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्पष्ट करता है कि केजरीवाल के खिलाफ मामले में राजनीतिक द्वेष का दावा गलत है। विज ने तंज कसते हुए कहा कि आप पार्टी के लिए यमुना का पानी तो गंदा है, इसलिए उन्हें किसी अच्छे पानी के तालाब में डूबकर मर जाना चाहिए।
विज ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें ‘गुब्बारे बेचने’ का काम बंद कर देना चाहिए। राहुल गांधी ने एक मोची से मुलाकात कर कहा था कि अगर प्रतिभाओं को सहयोग मिले तो देश की तकदीर बदल सकती है। इस पर विज ने टिप्पणी की कि कांग्रेस को उन राज्यों में यह काम करना चाहिए जहाँ उनकी सरकारें हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा हरियाणा पर किसानों के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाने पर, विज ने पलटवार करते हुए कहा कि किसान पंजाब की सीमा में हैं, और उनकी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने 24 फसलों पर एमएसपी की घोषणा की है, जो कि पूरे देश में सबसे अधिक है। उन्होंने सवाल उठाया कि पंजाब क्यों नहीं ऐसा करता।
महबूबा मुफ्ती द्वारा 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाए जाने को ‘काला दिन’ और भारतीय लोकतंत्र पर ‘धब्बा’ करार देने पर, विज ने कहा कि महबूबा मुफ्ती हिंदुस्तान का खाते हैं और पाकिस्तान का गाते हैं, फिर भी उन्हें बर्दाश्त किया जाता है। लेकिन जब देश की सुरक्षा और शांति को खतरा होता है, तब कानून को कार्रवाई करनी पड़ती है।
निष्कर्ष:
अनिल विज की टिप्पणियाँ राजनीतिक परिदृश्य में एक विवादास्पद मोड़ लाती हैं, जिससे वे सुर्खियों में बने रहते हैं। उनके बयान विभिन्न मुद्दों पर उनकी स्पष्ट और तीखी राय को दर्शाते हैं, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया है।