
नई दिल्ली: 07 August :- भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को महिला कुश्ती 50 किलोग्राम वर्ग से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद क्यूबा की पहलवान लोपेज को फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिला है। यह निर्णय विनेश फोगाट के वजन सीमा से अधिक होने के कारण लिया गया।
सेमीफाइनल में हुई थी मुकाबला
कल हुए सेमीफाइनल मुकाबले में विनेश फोगाट ने शानदार प्रदर्शन करते हुए क्यूबा की पहलवान लोपेज को हराया था। यह मुकाबला विनेश के लिए काफी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उन्होंने अपने अनुभव और कुश्ती कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए लोपेज को मात दी थी। इस जीत के बाद विनेश का फाइनल में प्रवेश तय हो गया था और उनसे स्वर्ण पदक की उम्मीद की जा रही थी।
अयोग्यता का कारण
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के अनुसार, विनेश फोगाट का वजन 50 किलोग्राम की अधिकतम सीमा से कुछ ग्राम अधिक पाया गया, जिसके कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। यह निर्णय दल और समर्थकों के लिए एक बड़ा झटका था, खासकर तब जब विनेश ने सेमीफाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन किया था।
लोपेज को मिला दूसरा मौका
विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने के बाद, फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने का अवसर अब क्यूबा की पहलवान लोपेज को दिया गया है। लोपेज ने सेमीफाइनल में हार के बावजूद अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन और मेहनत के बल पर इस मौके का हकदार साबित किया। अब, लोपेज के पास खुद को साबित करने और स्वर्ण पदक जीतने का एक और मौका है।
प्रतिक्रिया और समर्थन
विनेश फोगाट की अयोग्यता पर उनके प्रशंसकों और खेल प्रेमियों ने निराशा जाहिर की है। भारतीय दल ने भी इस विषय पर गहरा खेद व्यक्त किया है। विनेश के समर्थकों का मानना है कि वह इस कठिनाई से उबरकर जल्द ही वापस आएंगी और अपने संघर्ष और समर्पण से नई ऊंचाइयों को छुएंगी।
निष्कर्ष
विनेश फोगाट की अयोग्यता और क्यूबा की पहलवान लोपेज के फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने का यह घटनाक्रम खेल की अनिश्चितता और प्रतिस्पर्धा की भावना को दर्शाता है। खेल में हार-जीत का सिलसिला चलता रहता है, लेकिन खिलाड़ियों का समर्पण और मेहनत ही उन्हें असली विजेता बनाता है। उम्मीद है कि लोपेज इस मौके का पूरा फायदा उठाएंगी और एक शानदार प्रदर्शन करेंगी, जबकि विनेश फोगाट भी जल्द ही अपने प्रशंसकों के बीच वापसी करेंगी।
भारतीय ओलंपिक संघ**