चंडीगढ़, 18 अगस्त: जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी को उन नेताओं की कोई परवाह नहीं है जो चुनावी मौसम में पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। डॉ. चौटाला ने कहा कि जेजेपी संघर्ष करना जानती है और विधानसभा चुनाव की तैयारियों में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है।
चुनावी तैयारियों में जुटी जेजेपी
डॉ. अजय सिंह चौटाला ने रविवार को भिवानी जिले के दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जेजेपी विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता निरंतर जनता के बीच जाकर संपर्क साध रहे हैं और हलका अनुसार कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रजातंत्र में किसकी सरकार बनेगी, यह पूरी तरह जनता के हाथ में होता है, और जेजेपी अपनी मेहनत से यह सुनिश्चित करेगी कि वह चुनावी मैदान में मजबूत स्थिति में रहे।
पार्टी छोड़ने वालों पर बेबाक प्रतिक्रिया
पार्टी छोड़ने वाले विधायकों के सवाल पर डॉ. चौटाला ने बेबाकी से कहा कि चुनावी मौसम में नेताओं का आना-जाना सामान्य बात है और यह कोई नई बात नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे देश के राजनीतिक इतिहास में प्रधानमंत्री पद के नेताओं ने भी पार्टियाँ छोड़ी हैं। ऐसे में जेजेपी को इस बात की परवाह नहीं है कि कौन पार्टी छोड़ रहा है। उन्होंने भविष्यवाणी की कि कांग्रेस और भाजपा के नेता भी टिकट न मिलने पर अपनी पार्टी छोड़ सकते हैं।
विनेश फोगाट के सम्मान पर जोर
एक अन्य सवाल के जवाब में डॉ. अजय सिंह चौटाला ने कहा कि देश की भावना को देखते हुए पहलवान विनेश फोगाट सम्मान की पूरी हकदार हैं और उनके सम्मान में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जेजेपी इस मुद्दे पर पूरी तरह से विनेश फोगाट के साथ खड़ी है।
कार्यकर्ताओं में भरा जोश
डॉ. चौटाला ने विभिन्न गांवों के दौरे के दौरान जेजेपी कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि आने वाले 43 दिनों में उन्हें पूरी मेहनत के साथ फील्ड में काम करना होगा। उन्होंने कहा कि संघर्ष के माध्यम से ही जेजेपी ने अब तक अनेक मुकाम हासिल किए हैं, और इस बार भी पार्टी के मेहनती कार्यकर्ता घर-घर जाकर जेजेपी के चुनाव निशान ‘चाबी’ को पहुँचाएंगे और जनता को पार्टी द्वारा किए गए विकास कार्यों से अवगत कराएंगे।
निष्कर्ष
डॉ. अजय सिंह चौटाला के इन बयानों से साफ है कि जेजेपी चुनावी तैयारियों में पूरी तरह से जुटी हुई है और पार्टी को छोड़ने वाले नेताओं की परवाह किए बिना संघर्ष और मेहनत के बल पर अपनी स्थिति मजबूत करने की ओर अग्रसर है। विधानसभा चुनावों में जेजेपी की यह तैयारी निश्चित रूप से अन्य राजनीतिक दलों के लिए चुनौती साबित हो सकती है।