
अमानतुल्लाह खान, दिल्ली के आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक, को हाल ही में कोर्ट में पेश किया गया। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अमानतुल्लाह खान की 10 दिन की रिमांड की मांग की है।
ED ने कोर्ट से अनुरोध किया कि अमानतुल्लाह खान को 10 दिन की रिमांड पर रखा जाए ताकि उनसे पूछताछ की जा सके और मामले की जांच में आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सके। यह रिमांड इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ED को अमानतुल्लाह खान के खिलाफ चल रही जांच के संबंध में गहराई से पूछताछ करने की आवश्यकता है।
अमानतुल्लाह खान पर विभिन्न आरोपों के तहत जांच चल रही है, जिसमें वित्तीय अनियमितताएं और अन्य कानूनी मुद्दे शामिल हैं। ED की रिमांड की मांग का मुख्य उद्देश्य मामले में शामिल तथ्यों को स्पष्ट करना और जांच प्रक्रिया को तेज करना है।
कोर्ट ने ED की रिमांड की मांग पर सुनवाई शुरू कर दी है। इस दौरान, अमानतुल्लाह खान के वकील और ED के बीच कानूनी बहस जारी रहेगी। कोर्ट की आगामी सुनवाई में यह तय किया जाएगा कि अमानतुल्लाह खान को कितनी अवधि के लिए रिमांड पर रखा जाएगा और मामले की आगे की जांच की दिशा क्या होगी।
यह मामला दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला सकता है और इसके परिणामस्वरूप राजनीतिक और कानूनी परिदृश्य में बदलाव देखने को मिल सकता है।