पार्टी के भीतर असंतोष और नाराजगी का माहौल बनता नजर आ रहा है
नई दिल्ली।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस ने अपने 31 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची के आने के बाद पार्टी के भीतर असंतोष और नाराजगी का माहौल बनता नजर आ रहा है। कई वरिष्ठ नेताओं और संभावित उम्मीदवारों को इस बार टिकट नहीं मिला, जिससे वे नाराज हैं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इन नेताओं को आश्वासन दिया है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो उन्हें महत्वपूर्ण पदों पर बैठाया जाएगा, लेकिन इसके बावजूद असंतोष थमने का नाम नहीं ले रहा है।
कांग्रेस में बगावत के आसार, अन्य पार्टियों का दरवाजा खटखटा रहे नेता
सूत्रों के अनुसार, जिन नेताओं को टिकट नहीं मिला है, वे अब अन्य राजनीतिक दलों के साथ बातचीत कर रहे हैं। कुछ नेता भाजपा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं, जबकि अन्य आम आदमी पार्टी (AAP) और जननायक जनता पार्टी (JJP) से संपर्क साध रहे हैं। इसके अलावा, कुछ नेता इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) का दरवाजा खटखटा रहे हैं, ताकि उन्हें वहां से चुनाव लड़ने का मौका मिल सके। वहीं, जिन नेताओं को अन्य पार्टियों से कोई समर्थन नहीं मिल पा रहा है, वे निर्दलीय चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं।
हरियाणा विधानसभा में बढ़ सकती है निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार हरियाणा विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या 2019 की तुलना में 2024 में बढ़ सकती है। पिछले चुनाव में निर्दलीयों का असर सीमित था, लेकिन इस बार ये उम्मीदवार बड़े राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकते हैं। टिकट कटने से नाराज नेताओं का निर्दलीय चुनाव लड़ना और कई अन्य दिग्गजों का टिकट के बिना मैदान में उतरना, हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य को दिलचस्प बना रहा है।
सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ बढ़ रहा है असंतोष
हरियाणा की जनता के बीच सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ नाराजगी और विरोध के स्वर भी तेज हो रहे हैं। प्रदेश में सरकार की नीतियों और कामकाज से असंतुष्ट जनता चुनाव में बदलाव चाह रही है। यह असंतोष विभिन्न वर्गों और क्षेत्रों में देखा जा रहा है, जिससे चुनावी मुकाबला कड़ा होने की संभावना है।
कांग्रेस के लिए चुनौतियां और भाजपा के लिए संभावनाएं
जहां कांग्रेस के भीतर टिकट वितरण को लेकर असंतोष है, वहीं भाजपा अपने उम्मीदवारों को लेकर रणनीति तैयार कर रही है। कांग्रेस में मची भगदड़ का फायदा उठाकर भाजपा कई मजबूत नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर सकती है, जिससे उसका जनाधार बढ़ सकता है।
आने वाले चुनाव के नतीजे करेंगे भविष्य का फैसला
अब सभी की नजरें हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 पर हैं, जहां जनता तय करेगी कि किसकी सरकार बनेगी और किसका राजनीतिक भविष्य खतरे में पड़ेगा। चुनाव के परिणाम यह भी तय करेंगे कि प्रदेश की राजनीति में नए समीकरण किस तरह से उभरेंगे।
हरियाणा विधानसभा चुनाव इस बार न केवल पार्टियों के लिए बल्कि निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए भी अहम साबित होंगे। जनता का असंतोष और पार्टियों के भीतर के अंतर्विरोध इस बार के चुनावी परिणामों को अप्रत्याशित बना सकते हैं।
निष्कर्ष:
कांग्रेस की ओर से 31 उम्मीदवारों की सूची जारी होते ही हरियाणा की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। नाराज नेताओं का रुख और निर्दलीय उम्मीदवारों की बढ़ती संख्या चुनावी गणित को प्रभावित कर सकती है।