गुरुग्राम:
गुरुग्राम के इस्लामपुर गांव में पारिवारिक जमीनी विवाद के चलते चचेरे भाई की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी को 4 दिन की पुलिस हिरासत के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया हथौड़ा, नकाब, मास्क, दस्ताने और अन्य सामान भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
घटना का विवरण:
4 सितंबर 2024 को गुरुग्राम के नाहरपुर पुलिस चौकी को अस्पताल से सूचना मिली कि इस्लामपुर निवासी राजेश ठाकरान को गंभीर चोटों के साथ अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई। साथ ही, एक महिला को भी गंभीर चोटों के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया और जांच शुरू की गई। मृतक के भाई ने बताया कि उनका ताऊ के बेटों के साथ लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते 4 सितंबर को ताऊ के बेटे ने हथौड़ा से वार करके राजेश की हत्या कर दी और उसकी मां को भी घायल कर दिया। इस सूचना के आधार पर थाना सदर, गुरुग्राम में मामला दर्ज किया गया।
आरोपी की गिरफ्तारी:
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 7 सितंबर 2024 को आरोपी रविंद्र, निवासी इस्लामपुर, को द्वारका एक्सप्रेस-वे के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने स्वीकार किया कि जमीनी विवाद के चलते उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी ने बताया कि उसने नकाब पहनकर और दस्ताने लगाकर इस वारदात को अंजाम दिया ताकि यह दिखाया जा सके कि हत्या किसी चोर ने की है और वह पहचान से बच सके।
पुलिस की जांच और साक्ष्य बरामदगी:
पुलिस ने घटनास्थल से हत्या में इस्तेमाल किया गया हथौड़ा बरामद किया। इसके बाद आरोपी को अदालत में पेश कर 4 दिन की पुलिस हिरासत में लिया गया। पुलिस हिरासत के दौरान आरोपी की निशानदेही पर नकाब, मास्क, दस्ताने और अन्य सामान बरामद किया गया, जो वारदात के दौरान इस्तेमाल किए गए थे।
आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया:
4 दिन की पुलिस हिरासत के बाद, आरोपी को 11 सितंबर 2024 को गुरुग्राम की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस द्वारा अभी भी जांच जारी है और अभियोग का अनुसंधान चल रहा है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि जमीनी विवाद के इस मामले में और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं।
निष्कर्ष:
पारिवारिक जमीनी विवाद के कारण हुई इस हत्या ने गुरुग्राम के इस्लामपुर गांव में भय और अस्थिरता का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन इस घटना ने जमीन विवादों से उपजे अपराधों के गंभीर प्रभावों को एक बार फिर से उजागर किया है।