
गुरुग्राम, 13 सितंबर 2024 – गुरुग्राम पुलिस यातायात नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखे हुए है। इसी क्रम में, 12 सितंबर 2024 को पुलिस ने दो युवकों पर 29 हजार रुपये का चालान किया और उनकी बुलेट बाइक को इंपाउंड किया। ये युवक सोहना बस स्टैंड के पास मोडिफाइड साइलेंसर से पटाखों जैसी आवाज निकालकर लोगों को परेशान कर रहे थे।
अवैध मॉडिफिकेशन पर पुलिस की कड़ी नजर
सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) श्री अभिलक्ष जोशी (HPS) के नेतृत्व में गुरुग्राम पुलिस की दक्षिण जोन टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए युवकों की बाइकों को जब्त कर लिया। पुलिस की यह सख्त कार्रवाई यातायात नियमों को ताक पर रखकर वाहनों में किए जाने वाले अवैध मॉडिफिकेशन पर रोक लगाने के लिए की गई है। मॉडिफाइड साइलेंसर से निकलने वाली तेज आवाज से न केवल लोगों को परेशानी होती है, बल्कि यह कानूनी रूप से भी दंडनीय है।
मैकेनिक पर भी हुई कार्रवाई
पुलिस ने न सिर्फ बाइक सवारों पर कार्रवाई की, बल्कि उन मैकेनिकों के खिलाफ भी कदम उठाए जो अवैध रूप से मॉडिफाइड साइलेंसर लगाते हैं। पुलिस का कहना है कि ऐसे मॉडिफिकेशन वाहनों के मूल ढांचे और सुरक्षा मानकों के खिलाफ होते हैं, इसलिए इन्हें लगवाने और लगाने वाले दोनों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
गुरुग्राम पुलिस की जनता से अपील
गुरुग्राम पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे अपने वाहनों में अवैध रूप से मॉडिफिकेशन न करवाएं और यातायात नियमों का सख्ती से पालन करें। पुलिस का कहना है कि ऐसे मॉडिफिकेशन से न केवल अन्य लोगों को परेशानी होती है, बल्कि इससे वाहन चालक और अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा भी खतरे में पड़ती है।
आगे भी जारी रहेगी सख्ती
गुरुग्राम पुलिस ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी मॉडिफाइड साइलेंसर और अन्य अवैध मॉडिफिकेशन के खिलाफ इसी प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना और शहर में शांति एवं सुव्यवस्था बनाए रखना है।
इस प्रकार के उल्लंघन करने वालों को यह कड़ा संदेश दिया जा रहा है कि वे कानून का पालन करें, अन्यथा उन्हें भारी जुर्माने और उनके वाहनों के इंपाउंड होने जैसी गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा।
इस घटना से यह साफ हो जाता है कि गुरुग्राम पुलिस यातायात नियमों को सख्ती से लागू करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस प्रकार के अवैध मॉडिफिकेशन पर नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।