
अस्पताल में इलाज मरीज का होता है, डॉक्टर का नहीं।
लेकिन यह बात कुछ नेताओं की समझ में नहीं आती।”
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का अधिकारियों पर कड़ा रुख: 8 तारीख के बाद होगी सख्त कार्रवाई
नई दिल्ली – हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक बड़ा बयान देते हुए राज्य के अधिकारियों को चेतावनी दी है कि 8 तारीख के बाद लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इस बार किसी भी अधिकारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सैनी का यह बयान आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र आया है और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
अधिकारियों की चूड़ी अबकी बार टाइट कर दूंगा
मुख्यमंत्री सैनी ने अपने बयान में कहा, “मैं पिछले चुनाव में व्यस्त था, लेकिन इस बार किसी भी सूरत में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों की चूड़ी अबकी बार टाइट कर दूंगा।” इस बयान को जनता के बीच व्यापक समर्थन और चर्चा मिल रही है।
मनोहर लाल खट्टर का पूर्व बयान और उसका असर
यह पहली बार नहीं है जब हरियाणा सरकार के किसी नेता ने अधिकारियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया हो। इससे पहले, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी लोकसभा चुनावों से पहले अधिकारियों को सबक सिखाने की बात कही थी। उनका बयान उस वक्त वायरल हुआ था, लेकिन इसका नकारात्मक परिणाम भाजपा को झेलना पड़ा, जब उन्हें 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री सैनी और खट्टर के बयानों के बाद अब कई अधिकारी खुलकर नाराजगी जता रहे हैं। कुछ अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि नेताओं द्वारा हर चुनाव के समय अधिकारियों पर दबाव डाला जाता है, ताकि जनता के बीच नेताओं की लोकप्रियता बढ़ सके। एक अधिकारी ने कटाक्ष करते हुए कहा, “अस्पताल में इलाज मरीज का होता है, डॉक्टर का नहीं। लेकिन यह बात कुछ नेताओं की समझ में नहीं आती।”
अधिकारियों का मानना है कि यह केवल जनता को खुश करने और ताली बजवाने की राजनीति है। वहीं, कुछ का यह भी कहना है कि अधिकारी किसी राजनीतिक पार्टी के नहीं होते, वे सिर्फ सत्ता के होते हैं।
राव इंद्रजीत सिंह की टिप्पणी
केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भी हाल ही में अधिकारियों के खिलाफ नाराजगी जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि गुरुग्राम में विकास कार्य ठप पड़े हैं, सड़कों पर कूड़ा भरा हुआ है और कोई देखने वाला नहीं है। “अधिकारियों ने लूट मचा रखी है,” राव इंद्रजीत सिंह ने कहा। उन्होंने जनता से अपील की कि वे सरकार का साथ दें ताकि अधिकारियों पर दबाव बनाया जा सके और विकास कार्यों में तेजी लाई जा सके।
विधानसभा चुनावों पर प्रभाव
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के बयानों से यह स्पष्ट है कि आगामी विधानसभा चुनावों में अधिकारी और उनकी कार्यशैली एक बड़ा मुद्दा बनने वाले हैं। देखना होगा कि 8 तारीख के बाद मुख्यमंत्री अपने वादे के अनुसार किस प्रकार से कार्रवाई करते हैं और इसका चुनावी परिणामों पर क्या असर पड़ता है।
हरियाणा में अधिकारियों के खिलाफ सख्त बयानबाजी ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। जनता के बीच यह एक चर्चा का विषय बन चुका है कि क्या वाकई में सरकार अधिकारियों पर सख्ती बरतेगी या यह केवल चुनावी बयानबाजी है। अब देखना यह होगा कि चुनाव के बाद अधिकारीयों का ‘इलाज’ होता है या फिर नेताओं का।
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