
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने हाल ही में एक एक्सप्रेस-वे की खस्ता हालत को लेकर सख्त कदम उठाया है। खराब गुणवत्ता और लापरवाही के चलते एक वरिष्ठ इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि ठेकेदार पर 50 लाख रुपये का भारी जुर्माना लगाया गया है। यह कार्रवाई उस समय की गई जब निरीक्षण के दौरान एक्सप्रेस-वे की मरम्मत और निर्माण कार्य में गंभीर खामियां पाई गईं।
सूत्रों के मुताबिक, एक्सप्रेस-वे की हालत बहुत खराब पाई गई थी, जिसके कारण यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। सड़क में कई जगह गड्ढे और दरारें आ गई थीं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया था। स्थानीय लोगों और यात्रियों की शिकायतों के बाद NHAI ने मामले का संज्ञान लिया और अधिकारियों की एक टीम ने साइट का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद यह पाया गया कि एक्सप्रेस-वे का निर्माण तय मानकों के अनुसार नहीं किया गया था। गुणवत्ता की कमी और लापरवाही को देखते हुए NHAI ने तत्काल प्रभाव से संबंधित इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया। इसके अलावा, ठेकेदार पर भी 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया, जिससे यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि सड़क निर्माण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
NHAI ने ठेकेदार को निर्देश दिए हैं कि वह जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत और पुनर्निर्माण का कार्य शुरू करें और इसे तय समय सीमा के भीतर पूरा करें। इसके अलावा, भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो, इसके लिए प्राधिकरण ने ठेकेदार की सभी परियोजनाओं पर विशेष निगरानी रखने का भी फैसला लिया है।
NHAI ने इस पूरे मामले में यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। अधिकारियों का कहना है कि सड़कों की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, क्योंकि इससे लोगों की जान को खतरा हो सकता है। प्राधिकरण ने यह भी कहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।
यह कार्रवाई एक उदाहरण है कि NHAI अब सड़कों के निर्माण और रखरखाव के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही पर सख्त कदम उठाने के लिए तैयार है। सड़क निर्माण से जुड़े सभी अधिकारियों और ठेकेदारों को यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि निर्धारित मानकों का पालन न करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।