100 दिन में 15 लाख करोड़ के प्रोजक्ट, जानिए मोदी सरकार ने कहां लगाया कितना पैसा
मोदी सरकार ने अपने हालिया 100 दिनों में 15 लाख करोड़ रुपये के विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर निवेश किया है, जो भारत के बुनियादी ढांचे और विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इन प्रोजेक्ट्स का उद्देश्य देश के प्रमुख क्षेत्रों में सुधार और तेज़ी से विकास सुनिश्चित करना है, जिनमें परिवहन, ऊर्जा, शहरी विकास, स्वास्थ्य, और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं।
आइए जानते हैं कि मोदी सरकार ने इन 100 दिनों में किन क्षेत्रों में कितना पैसा निवेश किया है:
मोदी सरकार ने रेलवे, हाईवे, और एयरपोर्ट्स के विकास पर भारी निवेश किया है। इसका उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों को तेजी से जोड़ने और लॉजिस्टिक लागत को कम करना है।
- हाईवे प्रोजेक्ट्स: 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हाईवे नेटवर्क के विस्तार और सुधार पर किया गया है, जिसमें प्रमुख एक्सप्रेसवे, जैसे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, और राष्ट्रीय राजमार्गों का विस्तार शामिल है।
- रेलवे: भारतीय रेलवे में 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जिसमें नई हाई-स्पीड रेल परियोजनाओं, रैपिड ट्रांजिट सिस्टम और रेल नेटवर्क का आधुनिकीकरण शामिल है।
- एयरपोर्ट्स: 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हवाईअड्डों के निर्माण और विस्तार पर खर्च की गई है, खासकर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए।
भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, मोदी सरकार ने अक्षय ऊर्जा और पारंपरिक बिजली उत्पादन दोनों पर ध्यान केंद्रित किया है।
- अक्षय ऊर्जा: सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा पर 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जिससे भारत की ग्रीन एनर्जी उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो रही है।
- पावर ग्रिड: 1 लाख करोड़ रुपये पावर ग्रिड के आधुनिकीकरण और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए निवेश किया गया है।
शहरी क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत महत्वपूर्ण राशि आवंटित की है।
- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स: 75,000 करोड़ रुपये स्मार्ट सिटी इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किए गए हैं, जिसमें स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट, आधुनिक हाउसिंग, और सीवेज और जल आपूर्ति प्रबंधन शामिल है।
- मेट्रो विस्तार: 50,000 करोड़ रुपये देश के विभिन्न शहरों में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार पर खर्च किए गए हैं, जिससे शहरी कनेक्टिविटी में सुधार हो सके।
मोदी सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए भी बड़े पैमाने पर निवेश किया है।
- आयुष्मान भारत योजना: 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि आयुष्मान भारत योजना के तहत खर्च की गई है, जिससे करोड़ों गरीब परिवारों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
- स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर: 50,000 करोड़ रुपये अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों के निर्माण और स्वास्थ्य सेवाओं के आधुनिकीकरण पर खर्च किए गए हैं।
- शिक्षा क्षेत्र: 1 लाख करोड़ रुपये नई शैक्षिक संस्थानों के निर्माण और शिक्षा प्रणाली के डिजिटलीकरण पर खर्च किए गए हैं।
डिजिटल इंडिया को और मजबूत बनाने के लिए मोदी सरकार ने टेलीकॉम और टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित किया है।
- 5G नेटवर्क: 1 लाख करोड़ रुपये 5G नेटवर्क के विकास और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर खर्च किए गए हैं।
- भारतनेट प्रोजेक्ट: 50,000 करोड़ रुपये ग्रामीण क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए भारतनेट प्रोजेक्ट के तहत खर्च किए गए हैं।
कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए भी मोदी सरकार ने महत्वपूर्ण निवेश किया है।
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना: 60,000 करोड़ रुपये सिंचाई परियोजनाओं और जल प्रबंधन के लिए खर्च किए गए हैं।
- ग्रामीण सड़कों का विकास: 75,000 करोड़ रुपये ग्रामीण सड़कों और कनेक्टिविटी परियोजनाओं पर खर्च किए गए हैं, जिससे कृषि उत्पादों की बाजार तक पहुंच बढ़ाई जा सके।
मोदी सरकार द्वारा 100 दिनों में 15 लाख करोड़ रुपये का निवेश देश के बुनियादी ढांचे और प्रमुख क्षेत्रों में व्यापक सुधार लाने के उद्देश्य से किया गया है। इन परियोजनाओं से न केवल आर्थिक विकास को गति मिलेगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे और देश की उत्पादन क्षमता में सुधार होगा।