हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, श्री पंकज अग्रवाल ने दी अहम् जानकारी
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, श्री पंकज अग्रवाल ने जानकारी दी कि आगामी 5 अक्तूबर, 2024 को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनावों में कुल 2,03,54,350 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इसके लिए प्रदेश भर में 20,629 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, ताकि सभी मतदाताओं को मतदान की प्रक्रिया में शामिल होने का पूरा अवसर मिल सके।
नई मतदाता सूची का प्रकाशन
27 अगस्त को प्रदेश में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया गया था। इसके बाद 2 सितंबर, 2024 तक फार्म-6 के माध्यम से 1,29,392 नए मतदाता मतदाता सूची में शामिल हुए। इनमें 64,031 पुरुष, 65,352 महिलाएं और 9 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। इस अपडेट के बाद, हरियाणा में कुल मतदाताओं की संख्या अब 2,03,54,350 हो गई है।
मतदाताओं का वर्गीकरण
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अग्रवाल ने बताया कि 2,03,54,350 मतदाताओं में 1,07,75,957 पुरुष, 95,77,926 महिलाएं और 467 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में विभिन्न वर्गों के मतदाताओं का वर्गीकरण इस प्रकार है:
- 18 से 19 आयु वर्ग के युवा मतदाता: 5,24,514
- 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता: 2,31,093
- 100 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता: 8,821
- दिव्यांग मतदाता: 1,49,142
- सर्विस मतदाता: 1,09,217
इस वर्गीकरण से पता चलता है कि हरियाणा में मतदाताओं की संरचना विविध और विस्तृत है, जिसमें युवा मतदाताओं से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक, सभी का समावेश है।
मतदाता सूची में नाम चेक करने की सुविधा
श्री पंकज अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि प्रत्येक मतदाता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका नाम मतदाता सूची में शामिल है। मतदाता अपना नाम निर्वाचन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट ceoharyana.gov.in पर जाकर चेक कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, मतदाता वोटर हेल्पलाइन नंबर 1950 पर कॉल करके भी अपनी मतदाता सूची में नाम की पुष्टि कर सकते हैं।
मतदान के लिए अनिवार्य नियम
मतदान के लिए मतदाता सूची में नाम शामिल होना अनिवार्य है। जिन लोगों का नाम सूची में नहीं होगा, वे मतदान नहीं कर पाएंगे। इसलिए, मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी पात्र मतदाताओं से आग्रह किया है कि वे अपनी सूची में नाम की जाँच करें और समय पर अपनी आवश्यक तैयारियां पूरी करें।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए यह सभी तैयारियां यह सुनिश्चित करने के लिए की जा रही हैं कि मतदान प्रक्रिया सुचारू और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो।