फतेहाबाद के रतिया में भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल को किसानों के विरोध का सामना

फतेहाबाद जिले के रतिया क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी और पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को बीती शाम किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा। जब उनका काफिला गांव भूथन कलां पहुंचा, तो वहां किसानों ने उन्हें घेर लिया और जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। यह विरोध प्रदर्शन उस समय और तेज हो गया जब किसानों ने सुनीता दुग्गल से तीखे सवाल पूछने शुरू किए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
किसानों का विरोध
किसानों ने सुनीता दुग्गल से सरकार की नीतियों और किसानों की समस्याओं को लेकर सवाल किए। हाल के वर्षों में कृषि कानूनों और फसल से जुड़े मुद्दों पर हरियाणा के कई हिस्सों में किसानों का गुस्सा देखा गया है। इस घटना में भी किसानों ने भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाए, जो उनके अनुसार, किसानों के हितों के खिलाफ हैं।
हंगामे की स्थिति
किसानों के विरोध और सवालों के चलते वहां पर हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई। विरोध इतना बढ़ गया कि पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाकर मामले को शांत किया, जिसके बाद सुनीता दुग्गल ने किसानों से संवाद स्थापित करने का प्रयास किया। हालांकि, काफी देर तक चले इस हंगामे के बाद ही दुग्गल का काफिला आगे रवाना हो सका।
सुनीता दुग्गल की प्रतिक्रिया
हंगामे के बावजूद, सुनीता दुग्गल ने किसानों से बातचीत की और उनके सवालों का जवाब देने का प्रयास किया। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से लिया जाएगा और भाजपा सरकार किसानों के हित में कार्य कर रही है। हालांकि, किसानों का गुस्सा स्पष्ट रूप से दिखा, और यह घटना चुनावी माहौल में राजनीतिक दलों के लिए एक गंभीर चुनौती का संकेत देती है।
निष्कर्ष
यह घटना बताती है कि किसानों के मुद्दे अभी भी हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा और संवेदनशील विषय बने हुए हैं। सुनीता दुग्गल को इस विरोध का सामना करना चुनावी दौड़ में उनके लिए एक चुनौती साबित हो सकता है। आने वाले दिनों में भाजपा को किसानों की नाराजगी को दूर करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे, ताकि चुनावी मैदान में वह मजबूती से उतर सके।