
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के चलते हिसार में कांग्रेस उम्मीदवारों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। विभिन्न समुदायों और क्षेत्रों के लोग उनके खिलाफ खुलकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे चुनावी माहौल गरम हो गया है।
रामनिवास राडा के खिलाफ सैनी समाज का विरोध
हिसार के कांग्रेसी उम्मीदवार रामनिवास राडा को सैनी समाज के लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। सैनी समाज के लोगों ने राडा पर सैनी ट्रस्ट पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ट्रस्ट में कुल 17 सदस्य राडा के रिश्तेदार हैं, जो इस पर पूर्ण नियंत्रण बनाए हुए हैं। यह आरोप स्थानीय लोगों में असंतोष पैदा कर रहा है, और चुनावी प्रचार के दौरान यह मुद्दा तूल पकड़ रहा है।
रामनिवास घोडेला का जुगलान गांव में विरोध
बरवाला से कांग्रेस के प्रत्याशी रामनिवास घोडेला को भी जुगलान गांव में विरोध का सामना करना पड़ा। एक गांववासी ने चुनावी मंच पर पहुंचकर प्रत्याशी रामनिवास घोडेला का हाथ पकड़ लिया और उन पर पिछली बार वादे पूरे न करने का आरोप लगाया। उस व्यक्ति का कहना था कि उन्होंने पिछली बार घोडेला को वोट दिया था, लेकिन इसके बावजूद उनके क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं हुआ।
चुनावी परिदृश्य पर प्रभाव
इन विरोध प्रदर्शनों से कांग्रेस के उम्मीदवारों की छवि को नुकसान हो सकता है, खासकर जब ग्रामीण और स्थानीय समुदायों में असंतोष खुलकर सामने आ रहा है। रामनिवास राडा और रामनिवास घोडेला के खिलाफ उठे ये मुद्दे उनके चुनावी अभियान में रुकावट पैदा कर सकते हैं। विरोध के बावजूद यह देखना बाकी है कि कांग्रेस पार्टी अपने उम्मीदवारों के खिलाफ इस असंतोष को कैसे संभालती है और क्या कदम उठाएगी।
निष्कर्ष
हिसार में कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ हो रहे विरोध ने चुनावी माहौल को और तनावपूर्ण बना दिया है। सैनी समाज के आरोप और ग्रामीण जनता के असंतोष से यह साफ है कि इन मुद्दों को हल करना कांग्रेस के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। अब यह देखना होगा कि पार्टी और उम्मीदवार इस विरोध का किस तरह से सामना करेंगे और क्या वे मतदाताओं का विश्वास फिर से जीतने में सफल हो पाएंगे।