हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी एक बड़ी चुनौती का सामना कर रही है, क्योंकि दलित समाज की प्रमुख नेता कुमारी सैलजा की नाराजगी से पार्टी के भीतर खलबली मची हुई है। कुमारी सैलजा, जो एक महिला दलित नेता हैं और हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में प्रभावशाली मानी जाती हैं, पार्टी द्वारा टिकट आवंटन के दौरान हुई अनदेखी और अपमानजनक टिप्पणियों से बेहद नाराज हैं। इस नाराजगी के चलते वे कांग्रेस के समर्थन में प्रचार करने से परहेज कर रही हैं, जिससे पार्टी को भारी नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है।
कुमारी सैलजा की नाराजगी का मुख्य कारण भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की ओर से टिकट वितरण में की गई मनमानी मानी जा रही है। हरियाणा विधानसभा की कुल 90 सीटों में से 72 सीटों पर हुड्डा के करीबियों को टिकट दिए जाने की वजह से पार्टी में असंतोष बढ़ा है। सैलजा के समर्थकों का मानना है कि दलित समाज को टिकट आवंटन में नज़रअंदाज किया गया और इसके साथ ही, हुड्डा के समर्थक कार्यकर्ताओं और कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सैलजा के खिलाफ अपमानजनक और जातिसूचक टिप्पणियां कीं, जिसने मामले को और जटिल बना दिया।
कुमारी सैलजा का समर्थन हरियाणा के दलित समाज में गहरा है, और इस नाराजगी के कारण दलित समाज ने पहले ही कांग्रेस का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी है। सैलजा की नाराजगी के चलते कांग्रेस को दलित वोट बैंक का भारी नुकसान हो सकता है। हरियाणा की कुल 21 विधानसभा सीटों पर कुमारी सैलजा की मजबूत पकड़ है, और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन सभी सीटों पर कांग्रेस को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
कांग्रेस के भीतर कुमारी सैलजा के समर्थन के अभाव में एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है। दलित समाज के एक बड़े वर्ग में आक्रोश है, जो पार्टी के लिए आगामी चुनावों में गंभीर चुनौती साबित हो सकता है। कांग्रेस के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, जिनके प्रभाव में टिकट वितरण हुआ, पार्टी के भीतर इस असंतोष को कम करने की कोशिशों में लगे हुए हैं, लेकिन सैलजा की नाराजगी और दलित समाज के विरोध के चलते पार्टी को इस संकट से उबरने में मुश्किल हो रही है।
आगामी विधानसभा चुनावों में यह मुद्दा कांग्रेस के लिए बड़ी चिंता का विषय बन सकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां कुमारी सैलजा का प्रभाव है। अगर सैलजा और दलित समाज का समर्थन कांग्रेस को नहीं मिलता, तो पार्टी के चुनावी प्रदर्शन पर इसका गहरा असर पड़ सकता है।