कांग्रेस दलितों का अपमान करती है…’ हरियाणा की रैली में अमित शाह ने कुमारी सैलजा का किया जिक्र
हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों की सरगर्मी तेज हो गई है, और राजनीतिक दल एक-दूसरे पर तीखे हमले करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में हरियाणा की एक रैली में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और पार्टी के अंदर दलित नेताओं के साथ किए गए व्यवहार को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने विशेष रूप से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी दलितों का अपमान करती है।
कुमारी सैलजा का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा, “कांग्रेस पार्टी में दलित नेताओं का कोई सम्मान नहीं है। कुमारी सैलजा जैसी वरिष्ठ नेता को कांग्रेस ने हाशिए पर डाल दिया है, जबकि उन्होंने पार्टी के लिए लंबे समय तक सेवा की है। यह केवल कुमारी सैलजा के साथ ही नहीं, बल्कि कांग्रेस में कई दलित नेताओं के साथ ऐसा ही बर्ताव किया जाता है।” शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस केवल वोट बैंक की राजनीति करती है, लेकिन वास्तव में दलितों के अधिकारों और सम्मान के लिए कुछ नहीं करती।
हरियाणा की राजनीति में दलित वोटों की अहमियत
हरियाणा में दलित समुदाय की आबादी महत्वपूर्ण है, और आगामी चुनावों में यह समुदाय प्रमुख भूमिका निभा सकता है। अमित शाह का यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि भाजपा दलित समुदाय को लुभाने की पूरी कोशिश कर रही है। कुमारी सैलजा, जो खुद दलित समुदाय से आती हैं और हरियाणा की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा हैं, के प्रति कांग्रेस के रवैये को लेकर भाजपा कांग्रेस को घेरने की रणनीति बना रही है।
कांग्रेस की अंदरूनी कलह पर निशाना
अमित शाह ने कांग्रेस के आंतरिक मतभेदों पर भी निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी कलह और नेतृत्वहीनता है। पार्टी अपने ही वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर रही है और सत्ता के लिए उनके संघर्ष का कोई अंत नहीं है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी केवल सत्ता के लिए लड़ रही है और जनता की सेवा करने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है।
चुनावी माहौल में भाजपा की रणनीति
अमित शाह के इस बयान से स्पष्ट है कि भाजपा हरियाणा में चुनावों से पहले कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक प्रचार कर रही है। दलित वोटों पर फोकस करते हुए भाजपा की कोशिश है कि वह कांग्रेस की कमजोरियों को जनता के सामने उजागर करे। कुमारी सैलजा का जिक्र करके शाह ने न केवल दलित समुदाय को संदेश दिया, बल्कि कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति और नेतृत्व संकट पर भी निशाना साधा।
अब देखना यह होगा कि कांग्रेस इस हमले का किस तरह जवाब देती है और क्या कुमारी सैलजा जैसी वरिष्ठ नेता पार्टी में अपनी स्थिति को लेकर कोई प्रतिक्रिया देती हैं।