दिल्ली में एक युवा डॉक्टर की हत्या के मामले ने चिकित्सा समुदाय और आम जनता में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि हमलावरों ने वारदात को अंजाम देने से पहले अस्पताल की गहन रेकी की थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हमलावरों ने डॉक्टर के काम के समय और उसके रूटीन का पता लगाने के लिए अस्पताल का दौरा किया था। यह वारदात उस समय हुई जब डॉक्टर अपने ड्यूटी पर मौजूद था, और हमलावरों ने मौके का फायदा उठाते हुए हमला किया। घटना के बाद से अस्पताल परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एक विशेष जांच टीम का गठन किया है, जो हत्या के सभी पहलुओं की गहन जांच करेगी। पुलिस ने अस्पताल के CCTV फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हत्या का motive व्यक्तिगत दुश्मनी हो सकता है।
इस घटना ने चिकित्सा समुदाय के सदस्यों में चिंता बढ़ा दी है। कई डॉक्टरों ने अस्पतालों में सुरक्षा की कमी के बारे में आवाज उठाई है और इस तरह की घटनाओं के प्रति प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
डॉक्टर के परिजनों ने न्याय की मांग की है और आरोपियों को कड़ी सजा देने की अपील की है। इस मामले पर प्रशासनिक अधिकारियों ने भी चिंता व्यक्त की है और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
इस हत्याकांड ने न केवल चिकित्सा क्षेत्र में बल्कि पूरे समाज में एक बड़ा सवाल उठाया है कि क्या हम अपने डॉक्टरों को सुरक्षित रख पा रहे हैं?