मिर्जापुर: ट्रक और ट्रैक्टर की भीषण टक्कर में 10 मजदूरों की मौत, कई घायल
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में गुरुवार सुबह एक भीषण सड़क दुर्घटना में 10 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक ट्रैक्टर ट्रॉली को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें मजदूर सवार थे। यह घटना मिर्जापुर के जिगना थाना क्षेत्र के अन्तर्गत हुई, और घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है।
हादसा उस वक्त हुआ जब ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार मजदूर अपने काम की जगह जा रहे थे। सुबह का समय होने के कारण ट्रैक्टर धीमी गति से चल रहा था, जबकि सामने से आ रहे ट्रक की रफ्तार काफी तेज थी। ट्रक चालक ने नियंत्रण खो दिया और सीधी टक्कर ट्रैक्टर ट्रॉली से हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार 10 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शवों को बाहर निकाला और घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा। ट्रैक्टर ट्रॉली में कई मजदूर सवार थे, जिनमें से कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ घायलों की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
प्रशासनिक कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने के बाद मिर्जापुर के जिला प्रशासन ने त्वरित कदम उठाए हैं। पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ट्रक चालक ने तेज रफ्तार में लापरवाही से गाड़ी चलाई, जिससे यह भीषण हादसा हुआ। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर ड्राइवर की तलाश शुरू कर दी है, जो मौके से फरार हो गया था।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और जिला प्रशासन को घायलों के उचित इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा भी की है, जबकि घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सड़क हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने पर जोर दिया है।
सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। उत्तर प्रदेश में आए दिन ऐसे हादसे हो रहे हैं जिनमें लापरवाही, तेज गति और यातायात नियमों की अनदेखी प्रमुख कारण बनते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिगना इलाके में अक्सर भारी वाहनों की तेज रफ्तार के कारण हादसे होते रहते हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
मृतकों की पहचान
अभी तक मृतकों की पूरी पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस का कहना है कि सभी मजदूर स्थानीय निवासी थे और पास के गांवों से काम के लिए जा रहे थे। मृतकों के परिवारों को जैसे ही इस हादसे की सूचना मिली, उनके घरों में मातम छा गया।
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीरता और यातायात नियमों के पालन की जरूरत को रेखांकित करता है। तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाने के परिणामस्वरूप इतने लोगों की जान चली गई, जो कि टाला जा सकता था। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस घटना के बाद क्या कदम उठाता है और क्या इस प्रकार के हादसों को रोकने के लिए कोई सख्त कार्रवाई की जाएगी या नहीं।