सोहना विधानसभा में मतगणना का विस्तृत ब्यौरा

सोहना विधानसभा सीट पर कई प्रमुख दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा, जिनमें भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, बसपा और अन्य दल शामिल थे। मतगणना के परिणामों से यह स्पष्ट हुआ कि भाजपा के तेजपाल तंवर ने सबसे अधिक मत हासिल किए और कांग्रेस के रोहताश सिंह के साथ करीबी मुकाबला हुआ। यहां पर विभिन्न दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों के प्रदर्शन का विस्तृत विवरण है:
प्रमुख उम्मीदवारों के मत:
- तेजपाल तंवर (भारतीय जनता पार्टी – बीजेपी) – 60,994 वोट
तेजपाल तंवर ने अपने विरोधियों पर एक मजबूत बढ़त बनाए रखी और 60,994 मतों के साथ प्रथम स्थान पर रहे। उनकी जीत में भाजपा का चुनावी संगठन और उनकी व्यक्तिगत लोकप्रियता बड़ी भूमिका निभाई। - धर्मेंद्र खटाना (आम आदमी पार्टी – आप) – 2,852 वोट
आम आदमी पार्टी के धर्मेंद्र खटाना को कुल 2,852 वोट मिले। हालांकि, आप को इस सीट पर बहुत कम समर्थन मिला और धर्मेंद्र खटाना पांचवें स्थान पर रहे। - रोहताश सिंह (कांग्रेस) – 49,177 वोट
कांग्रेस के उम्मीदवार रोहताश सिंह ने 49,177 मत प्राप्त किए, जो उन्हें दूसरे स्थान पर बनाए रखे। तेजपाल तंवर के खिलाफ कांग्रेस के लिए यह एक कड़ा मुकाबला था, लेकिन अंत में भाजपा के उम्मीदवार ने उन्हें पीछे छोड़ दिया। - सुंदर भड़ाना (बहुजन समाज पार्टी – बसपा) – 15,454 वोट
बसपा के सुंदर भड़ाना ने 15,454 मत प्राप्त किए और तीसरे स्थान पर रहे। उन्होंने सोहना में दलित वोटों पर अपनी पकड़ बनाए रखी, लेकिन जीत की दौड़ से काफी पीछे रह गए। - अताउल्ला खान (लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी) – 506 वोट
लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के अताउल्ला खान को 506 वोट मिले, जो काफी कम थे और वे चुनाव में कोई बड़ा प्रभाव नहीं डाल सके। - विनेश कुमार (आजाद समाज पार्टी – कांसीराम) – 2,037 वोट
आजाद समाज पार्टी के विनेश कुमार को 2,037 वोट मिले, जो उन्हें सातवें स्थान पर ले गए। यह पार्टी दलित समुदाय पर केंद्रित रही है, लेकिन इस सीट पर पार्टी को अपेक्षित समर्थन नहीं मिला।
निर्दलीय उम्मीदवारों के मत
- कल्याण सिंह (निर्दलीय) – 21,703 वोट
निर्दलीय उम्मीदवार कल्याण सिंह को 21,703 वोट मिले। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवारों में सबसे अधिक मत प्राप्त किए और चौथे स्थान पर रहे। - जावेद अहमद (निर्दलीय) – 49,171 वोट
जावेद अहमद को 49,171 वोट मिले, जो कांग्रेस के रोहताश सिंह के काफी करीब थे। जावेद अहमद एक मजबूत निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उभरे और तीसरे स्थान पर रहे। - दयाराम (निर्दलीय) – 256 वोट
दयाराम को कुल 256 वोट प्राप्त हुए, जो कि काफी कम थे और उन्होंने इस चुनाव में कोई विशेष प्रभाव नहीं डाला। - सुभाष चंद (निर्दलीय) – 252 वोट
सुभाष चंद को 252 वोट मिले, जो कि काफी कम थे और वे इस चुनाव में कोई बड़ा प्रभाव नहीं छोड़ सके।
नोटा
नोटा – 599 वोट
599 मतदाताओं ने किसी भी उम्मीदवार को चुनने के बजाय नोटा का विकल्प चुना, जो यह दर्शाता है कि इन मतदाताओं ने चुनाव में भाग लेने के बावजूद किसी भी उम्मीदवार को उपयुक्त नहीं पाया।
भाजपा के तेजपाल तंवर ने सबसे अधिक 60,994 वोटों के साथ जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस के रोहताश सिंह और निर्दलीय जावेद अहमद के बीच करीबी मुकाबला रहा, दोनों ने लगभग समान वोट (49,177 और 49,171) प्राप्त किए। बसपा के सुंदर भड़ाना और निर्दलीय कल्याण सिंह ने भी कुछ समर्थन हासिल किया, लेकिन वे शीर्ष दौड़ में नहीं रहे।