
गुरुग्राम में कूड़े के ढेर और मीट की दुकानों को लेकर विधायक ने निगम अधिकारियों को लगाई फटकार
गुरुग्राम, 21 अक्टूबर
गुरुग्राम में अब सड़कों और कॉलोनियों में खुले में मीट की दुकानें दिखाई नहीं देंगी। गुरुग्राम भाजपा विधायक मुकेश शर्मा ने नगर निगम अधिकारियों के साथ एक बैठक में यह सख्त निर्देश दिए हैं। बैठक के दौरान विधायक ने स्पष्ट किया कि यदि किसी की मीट की दुकान सड़कों या कॉलोनियों में खुली पाई गई, तो उस पर तुरंत चालान किया जाएगा। इस फैसले का उद्देश्य शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर करना और मीट विक्रेताओं के लिए अलग व्यवस्था सुनिश्चित करना है।
विधायक मुकेश शर्मा ने नगर निगम और जीएमडीए (गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण) की कार्यप्रणाली पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में गंदगी के ढेरों से शहर की छवि खराब हो रही है। शर्मा ने अपनी व्यक्तिगत परेशानी साझा करते हुए बताया कि अभी हाल ही में, जब वे शहर के एक इलाके से गुजर रहे थे, तो सड़क पर 10 से 15 ट्रॉलियों में कूड़ा जमा था, जिससे सड़कों पर गंदगी फैली हुई थी।
विधायक ने अधिकारियों से कहा कि मीट की दुकानें सड़कों पर या कॉलोनियों में खुली नहीं होनी चाहिए। निगम को उनके लिए अलग से स्थानों का प्रबंध करना चाहिए। एक पार्षद ने कहा कि “मीट की दुकान खोलने का अधिकार तो है, लेकिन सड़कों पर या सार्वजनिक स्थानों पर मीट काटने का अधिकार नहीं है।” विधायक ने जोर देते हुए कहा कि इस समस्या को सख्ती से निपटाया जाए, ताकि जो लोग मीट का सेवन नहीं करते, उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े।
तब से गुरुग्राम की हालत और खराब हो गई है
नगर निगम कमिश्नर नहरी बांगड़ जब गुरुग्राम में आए हैं तब से गुरुग्राम की हालत और खराब हो गई है बिना लिए दिए कुछ नहीं होता बिना काम किया ही बिल पास हो जाते हैं।
और जो काम करते हैं उनका बिल पास नहीं होता कई अधिकारी कई कई वर्षों से बैठे हुए हैं मलाई खा रहे हैं लेकिन गुड़गांव की हालत ठीक नहीं है मुख्यमंत्री भी अधिकारियों को फटकार लगा चुके पूर्व मुख्यमंत्री भी लेकिन गुरुग्राम नगर निगम शहर की सफाई व्यवस्था नहीं कर सका जिसके कारण से लोकसभा और विधानसभा और चुनाव में भी भाजपा के उम्मीदवारों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
नगर निगम पर भ्रष्टाचार के आरोप
बैठक में कई पार्षदों ने नगर निगम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उनका कहना था कि नगर निगम के कामों में देरी हो रही है और बिना रिश्वत दिए कोई काम नहीं होता। पार्षदों का आरोप था कि गुरुग्राम नगर निगम सबसे भ्रष्ट संस्थाओं में से एक है, जहां बिल पास करवाने के लिए पैसे देने पड़ते हैं।
विधायक ने कहा कि गुरुग्राम के विकास में नगर निगम और जीएमडीए की बड़ी भूमिका है, लेकिन दोनों एजेंसियां अपने काम में असफल रही हैं। सफाई व्यवस्था की बिगड़ती हालत का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि शहर की गंदगी के कारण भाजपा को पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भी नुकसान उठाना पड़ा था।
पार्षद नीरज का कहना है ऐसे अधिकारी है गुड़गांव में जो सुनने के लिए तैयार नहीं है सुभाष सिंगला ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनको तो मात्र भ्रष्टाचार से ही समय नहीं मिलता तो काम कहां कराएंगे अधिकारी सुनते रहे लेकिन जवाब नहीं दे पाए।
विवादित अधिकारियों से विकास की उम्मीद नहीं
पार्षद नीरज ने कहा कि जो अधिकारी पहले से विवादों में घिरे होते हैं, वे शहर के विकास कार्यों में योगदान नहीं कर सकते। गुरुग्राम को ऐसे साफ छवि वाले अधिकारियों की जरूरत है, जो भ्रष्टाचार से दूर रहकर शहर के विकास पर ध्यान दें।
नगर निगम कमिश्नर नहरी बांगड़ के आने के बाद से गुरुग्राम की हालत और खराब हो गई है, ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कठोर कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।