
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: सभी पार्टियाँ मैदान में
मुंबई, 27 अक्टूबर: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का मौसम शुरू हो चुका है, और सभी प्रमुख राजनीतिक दल चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। इस बार का चुनाव कई मुद्दों को लेकर चर्चा में है, लेकिन राम मंदिर का मुद्दा अपेक्षाकृत फीका पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
स्थानीय मुद्दों पर जोर
भाजपा पर प्रदेश को तोड़ने का आरोप लगा रहा है।
इस बार शिवसेना स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जबकि कांग्रेस पार्टी बेरोजगारी को लेकर चुनाव लड़ रही है। बाल ठाकरे का परिवार भाजपा पर प्रदेश को तोड़ने का आरोप लगा रहा है। वहीं, किसानों के मुद्दे ने इस चुनाव में प्रमुखता हासिल की है, और यह देखने के लिए रोचक होगा कि कौन सा दल किसानों के हित में अधिक सक्रियता दिखाता है।
एनसीपी और अन्य दलों की सक्रियता
भाजपा ने इस गठबंधन को तोड़ते हुए अपनी सरकार बना ली।
एनसीपी के मुखिया शरद पवार की पार्टी भी चुनावी मैदान में सक्रिय है। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना ने पहले एक गठबंधन सरकार बनाई थी, लेकिन भाजपा ने इस गठबंधन को तोड़ते हुए अपनी सरकार बना ली। यह चुनाव में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुका है, जिसमें आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
उद्धव ठाकरे का बयान
भाजपा भी अपने चुनावी प्रचार में पीछे नहीं है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी महाराष्ट्र के लिए ठीक नहीं है। कांग्रेस की ओर से भी जोरदार रैलियां आयोजित की जा रही हैं, और भाजपा भी अपने चुनावी प्रचार में पीछे नहीं है।
मतदाता किसे सत्ता में बैठाते हैं और किसे हाशिए पर धकेलते हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि मतदाता किसे सत्ता में बैठाते हैं और किसे हाशिए पर धकेलते हैं। जैसे-जैसे चुनाव का दिन नजदीक आ रहा है, राजनीतिक गर्माहट और भी बढ़ती जा रही है। मतदान के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि महाराष्ट्र के राजनीतिक भविष्य की दिशा क्या होगी।