Dhanteras 2024: देखें धनतेरस पर अपने शहर अनुसार पूजा का शुभ मुहूर्त

नई दिल्ली 29 अक्टूबर- पंचांग के अनुसार, इस वर्ष 29 अक्टूबर 2024 को धनतेरस का पावन पर्व मनाया जा रहा है। यह दिन हर परिवार में उत्साह और श्रद्धा से मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन को समृद्धि, स्वास्थ्य और सुख-शांति का प्रतीक माना जाता है। सनातन शास्त्रों के अनुसार, चिरकाल में समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, और तभी से यह दिन धनतेरस या धन त्रयोदशी के रूप में मनाया जाने लगा। भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद के जनक भी माना जाता है, और उनकी पूजा से स्वास्थ्य एवं दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है।
धनतेरस का महत्व और पूजा का लाभ
धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से माता लक्ष्मी की कृपा से धन, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है। इसके अलावा, स्वास्थ्य के देवता भगवान धन्वंतरि की आराधना से रोगमुक्ति और स्वास्थ्य लाभ मिलता है। इस दिन सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन या नए वस्त्र आदि खरीदने की परंपरा है, क्योंकि यह आने वाले समय में संपत्ति में वृद्धि और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
धनतेरस पूजा की विधि
धनतेरस के दिन शाम को लक्ष्मी-गणेश और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। पूजा के लिए मुख्य विधि इस प्रकार है:
- स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजा स्थल को सजाएं।
- भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें।
- धूप, दीप, नैवेद्य, फूल, अक्षत और मिठाई अर्पित करें।
- लक्ष्मी पूजन के साथ, भगवान धन्वंतरि का ध्यान करते हुए उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना करें।
- दीप जलाकर पूरे घर में, विशेषकर मुख्य द्वार पर रखें, ताकि घर में शुभता का संचार हो।
प्रमुख शहरों में धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त
पूजा का सही समय जानना बहुत महत्वपूर्ण होता है। यहां कुछ प्रमुख भारतीय शहरों के अनुसार धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त दिया गया है:
- दिल्ली: शाम 6:00 से 8:00 बजे तक
- मुंबई: शाम 6:30 से 8:30 बजे तक
- कोलकाता: शाम 5:45 से 7:45 बजे तक
- चेन्नई: शाम 6:15 से 8:15 बजे तक
- बेंगलुरु: शाम 6:20 से 8:20 बजे तक
नोट: यह समय शहरों के अनुसार अलग हो सकता है, इसलिए अपने शहर का सटीक मुहूर्त जानने के लिए स्थानीय पंचांग या ज्योतिष विशेषज्ञ से संपर्क करना उचित होगा।
इस धनतेरस पर शुभ और लाभकारी खरीदारी
धनतेरस पर सोना, चांदी, बर्तन और अन्य मूल्यवान वस्तुओं की खरीदारी शुभ मानी जाती है। यदि संभव हो, तो माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा खरीदकर उनकी पूजा करें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है।
घर में दीप प्रज्वलन और सामूहिक हर्षोल्लास
धनतेरस की संध्या पर घर के मुख्य द्वार पर दीप जलाना और पूरे घर को दीपों से सजाना अत्यंत शुभ माना गया है। दीपों की रोशनी न केवल देवी लक्ष्मी का स्वागत करती है बल्कि घर में सुख-शांति और आनंद का वातावरण भी बनाती है।
इस धनतेरस पर आप सभी को सुख, शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति हो – यही कामना है।