बारूद से जलने पर घाव ठीक होने में लगता है वक्त

स्वास्थ्य विभाग ने पर्व के दौरान जनता की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान में रखते हुए सभी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं को जारी रखने का निर्णय लिया है। विभाग ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की है कि जिले में 108 नंबर की 46 और 102 नंबर की 50 एम्बुलेंस सेवाएं पूरी तरह से तैयार रहेंगी।
एम्बुलेंस सेवाएं:
- 108 नंबर एम्बुलेंस: जिले में 46 एम्बुलेंस 108 नंबर पर उपलब्ध रहेंगी। इनमें से 25 एम्बुलेंस को विभिन्न पुलिस थानों पर तैनात किया जाएगा, जिससे आपातकालीन स्थिति में तुरंत सहायता मिल सके।
- 102 नंबर एम्बुलेंस: 102 नंबर की 50 एम्बुलेंस गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा इकाई तक पहुँचाने के लिए विशेष रूप से उपलब्ध रहेंगी।
अस्पतालों की तैयारी:
- प्रसव कक्ष: सभी अस्पतालों के प्रसव कक्ष इस दौरान क्रियाशील रहेंगे, जिससे गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा सुविधाओं में कोई बाधा न आए।
- तत्काल चिकित्सा सहायता: 102 नंबर की एम्बुलेंस का उपयोग कर गर्भवती महिलाओं को समय पर चिकित्सा इकाई तक पहुँचाया जाएगा, ताकि उनकी और बच्चे की सेहत का ख्याल रखा जा सके।
उद्देश्य और जागरूकता:
स्वास्थ्य विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए ये व्यवस्थाएं की हैं कि पर्व के दौरान संभावित चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके और जनता को त्वरित सहायता मिल सके। अधिकारियों ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी आपात स्थिति में तुरंत एम्बुलेंस सेवाओं का उपयोग करें और स्वास्थ्य सुविधाओं का अधिकतम लाभ उठाएं।
यह पहल इस बात को सुनिश्चित करती है कि सभी अस्पतालों और चिकित्सा इकाइयाँ पूरी तत्परता के साथ कार्य करें, जिससे किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में नागरिकों को चिकित्सा सहायता बिना किसी देरी के मिल सके। इससे पर्व के दौरान लोगों को मानसिक शांति मिलेगी और वे अपने त्योहारों का आनंद बिना किसी चिंता के ले सकेंगे।