
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर यात्रा करना आज से महंगा हो गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने टोल दरों में वृद्धि की घोषणा की है, जो विभिन्न श्रेणियों के वाहनों पर लागू होगी। यह निर्णय सरकार ने सड़क की सुरक्षा और विकास के मद्देनजर लिया है।
नई टोल दरें:
नई दरों का संशोधन आज से प्रभावी हो गया है, और यह सुधार देश भर में परिसर्तों को ध्यान में रखते हुए किया गया है। टोल दरों की वृद्धि का सीधा प्रभाव उन लाखों यात्रियों पर पड़ेगा, जो नियमित रूप से इस एक्सप्रेसवे का उपयोग करते हैं।
कुछ प्रमुख नई दरें इस प्रकार हैं:
- कार और जीप: पहले 250 रुपए, अब 300 रुपए
- लम्बी ट्रक: पहले 500 रुपए, अब 600 रुपए
- वाणिज्यिक वाहन: पहले 650 रुपए, अब 800 रुपए
यात्रियों पर प्रभाव
यह टोल बढ़ोतरी यात्री लोगों के लिए एक अतिरिक्त वित्तीय बोझ लाएगी। विशेष रूप से, नियमित यात्रा करने वाले यात्रियों को अपने बजट में समायोजन करना पड़ेगा। यात्रियों ने इस टोल वृद्धि पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ ने इसे अवश्यम्भावी बताया है, जबकि अन्य ने इसे उच्च माना है।
सुधार और रखरखाव के लिए
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि इस टोल वृद्धि से प्राप्त राशि का उपयोग सड़क की बेहतर रखरखाव और सुधार हेतु किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि नए यातायात नियमों और सुरक्षा उपायों को लागू करने के लिए यह कदम आवश्यक था।
सरकार की कोशिश है कि यात्रियों को सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव मिले, और इस प्रकार की वित्तीय संसाधन जुटाने से एक्सप्रेसवे के बुनियादी ढांचे में सुधार होगा।
यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
यात्री अब इस नए टोल चार्ज को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा की योजना बना रहे हैं। सभी को सलाह दी गई है कि वे सामान्य ट्रैफिक स्थिति और टोल दरों की जानकारी पहले से ध्यान में रखें ताकि उन्हें यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।