नई दिल्ली, 12 नवंबर – हरियाणा के पुंडरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक सतपाल जाबा अपने धन्यवाद दौरे के दौरान एक विवादित बयान देकर मुश्किल में फंस गए। विधायक ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में ऐसा बयान दिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया और इसके बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी।
जाबा का यह बयान खासकर महिला सरपंच को लेकर था
विधायक सतपाल जाबा का यह बयान खासकर महिला सरपंच को लेकर था। उन्होंने कहा, “सरपंचनी को बुला, हमें भी आ जाएगी थोड़ी फिलिंग!” उनका यह बयान सार्वजनिक रूप से सुनकर कई लोगों ने इसे असंवेदनशील और महिलाओं के प्रति अपमानजनक मानते हुए आलोचना की।
विवाद की शुरुआत:
महिला सरपंच के बारे में यह टिप्पणी की, जो तुरंत ही वायरल हो गई।
यह विवाद तब शुरू हुआ, जब विधायक सतपाल जाबा अपने क्षेत्र के एक धन्यवाद कार्यक्रम के दौरान मंच पर थे। कार्यक्रम में उन्होंने महिला सरपंच के बारे में यह टिप्पणी की, जो तुरंत ही वायरल हो गई। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने विधायक के इस बयान की कड़ी निंदा की, और इसे महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला बताया। विपक्षी दलों और महिला संगठनों ने इस बयान को लेकर भाजपा सरकार की आलोचना की और पार्टी से सवाल किया कि क्या वह इस तरह के बयानों को स्वीकार करेगी।
विधायक का माफी बयान:
सार्वजनिक रूप से माफी मांगी।
विवाद बढ़ने के बाद, सतपाल जाबा ने अपना बयान वापस लिया और सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। उन्होंने कहा, “मेरे शब्दों से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है, इसके लिए मैं खेद प्रकट करता हूं। मैं महिलाओं का सम्मान करता हूं और कभी भी उनका अपमान करने का इरादा नहीं था। यह सिर्फ एक हल्का-फुल्का मजाक था, लेकिन यदि किसी को इससे दुख पहुंचा है, तो मैं दिल से माफी मांगता हूं।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
विधायक के बयान के बाद विपक्षी दलों ने भाजपा से सवाल किया कि क्या वह इस तरह के बयानों के लिए उनके विधायक पर कोई कार्रवाई करेगी। कांग्रेस और अन्य महिला अधिकार संगठनों ने इस टिप्पणी की कड़ी आलोचना करते हुए इसे महिलाओं के प्रति असंवेदनशीलता का प्रतीक बताया।
हालांकि, भाजपा के नेताओं ने इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन यह देखा जा रहा है कि इस मामले के बाद भाजपा के भीतर भी विचार विमर्श होगा। कुछ नेताओं ने इस बयान को विधायक का व्यक्तिगत विचार बताया, जबकि पार्टी के अंदर से भी यह संदेश आ सकता है कि भविष्य में इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए।
सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव:
इस विवाद ने भाजपा को एक नई चुनौती दी है, क्योंकि पार्टी के लिए यह महिला वोटबैंक को लेकर एक संवेदनशील मुद्दा बन सकता है। इसके साथ ही, यह घटना समाज में महिलाओं के प्रति असंवेदनशीलता को उजागर करने वाली मानी जा रही है, जिसे लेकर कई महिला अधिकार संगठनों ने कड़ा विरोध जताया।
उपसंहार:
राजनीतिक रूप से संवेदनशील था, बल्कि यह सामाजिक दृष्टिकोण से भी गलत था।
हरियाणा के पुंडरी से भाजपा विधायक सतपाल जाबा का विवादास्पद बयान न केवल राजनीतिक रूप से संवेदनशील था, बल्कि यह सामाजिक दृष्टिकोण से भी गलत था। हालांकि विधायक ने माफी मांग ली है, लेकिन यह मामला भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है कि इस तरह के बयानों पर रोक लगानी चाहिए। अब यह देखना होगा कि पार्टी इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई करती है या नहीं।