जयपुर, 12 नवंबर – राजस्थान में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज सिंह शेखावत ने एक विवादित बयान दिया है, जिसने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। शेखावत ने कहा कि जो लारेंस बिश्नोई गैंग के बदमाशों को मारने में सफल होगा, उसे करोड़ों रुपए का इनाम दिया जाएगा। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी ऐलान किया कि जो पहले इस गैंग के किसी सदस्य को मारने में कामयाब होगा, उसे 21 लाख रुपए का पुरस्कार मिलेगा।
इस गैंग को खत्म करने के लिए अगर कोई व्यक्ति खुद से इस तरह की कार्रवाई करता
करणी सेना के इस विवादित ऐलान से मचा हड़कंप: राज सिंह शेखावत का यह बयान तब आया है जब लारेंस बिश्नोई गैंग और उससे जुड़े अपराधी हाल ही में राजस्थान में कई अपराधों में संलिप्त रहे हैं। शेखावत ने मीडिया से बातचीत करते हुए यह बयान दिया कि इस गैंग को खत्म करने के लिए अगर कोई व्यक्ति खुद से इस तरह की कार्रवाई करता है, तो करणी सेना उसकी सराहना करेगी और उसे इनाम भी देगी।
शेखावत का बयान:
“लारेंस बिश्नोई जैसे बदमाशों को मारने वाले को हम करोड़ों रुपए देंगे।
शेखावत ने कहा, “लारेंस बिश्नोई जैसे बदमाशों को मारने वाले को हम करोड़ों रुपए देंगे। हम 21 लाख रुपए तो पहले ही तैयार करके रखेंगे, जो पहले इस गैंग के किसी सदस्य को खत्म करेगा।” उन्होंने कहा कि राजस्थान में करणी सेना का मकसद इन अपराधियों को खत्म करना है, और जो कोई भी यह काम करेगा, उसे इसका उचित पुरस्कार मिलेगा।
खुले धमकियों और इनामों का ऐलान करने का अधिकार है?
राजनीतिक और कानूनी प्रतिक्रिया: शेखावत का यह बयान तुरंत ही विवादों में घिर गया। इस बयान के बाद राज्य सरकार, पुलिस प्रशासन और विपक्षी दलों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। राजनीतिक नेताओं ने शेखावत के बयान को आपराधिक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने वाला और राज्य के कानून-व्यवस्था के खिलाफ बताया। कई नेताओं ने यह सवाल उठाया कि क्या एक संगठन को इस तरह के खुले धमकियों और इनामों का ऐलान करने का अधिकार है?
इनामों की घोषणा से अपराधियों को बढ़ावा मिल सकता है।
राजस्थान पुलिस ने भी इस बयान पर अपनी चिंता जताई है और कहा कि करणी सेना द्वारा दिए गए इनामों की घोषणा से अपराधियों को बढ़ावा मिल सकता है। पुलिस अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि कानून हाथ में लेने की कोई भी कोशिश नहीं की जाएगी और ऐसे बयान देने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हिंसक और गैरकानूनी ऐलान मान रहे हैं।
राज सिंह शेखावत का तर्क: शेखावत ने अपनी ओर से यह सफाई दी कि उनका उद्देश्य सिर्फ अपराधियों को पकड़वाना और उनकी गिरफ्तारी में मदद करना था। उन्होंने कहा कि “हमारा काम समाज की सुरक्षा करना है और अगर कानून व्यवस्था में कोई कमी है तो हम इस पर आवाज उठाते हैं।” हालांकि, उनके इस बयान को ज्यादातर लोग एक हिंसक और गैरकानूनी ऐलान मान रहे हैं।
राज्य में एक नई राजनीतिक और कानूनी बहस छेड़ दी है।
उपसंहार: राजस्थान के करणी सेना के अध्यक्ष राज सिंह शेखावत द्वारा दिए गए विवादित बयान ने राज्य में एक नई राजनीतिक और कानूनी बहस छेड़ दी है। उनका यह बयान, जिसमें लारेंस बिश्नोई गैंग के अपराधियों को मारने वाले को पुरस्कार देने का ऐलान किया गया था, न केवल राज्य सरकार और पुलिस के लिए चिंता का विषय बन गया है, बल्कि इससे यह भी साफ होता है कि कानून-व्यवस्था के मामले में राज्य में अनिश्चितता का माहौल बन रहा है। शेखावत द्वारा दिए गए बयान के बाद अब यह देखना होगा कि राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन इस पर किस तरह की कार्रवाई करते हैं।