चंडीगढ़ में सत्र के दौरान की जोरदार टिप्पणी
चंडीगढ़/नई दिल्ली/अंबाला, 14 नवंबर – हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज ने चंडीगढ़ में आयोजित विधानसभा सत्र के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी और कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने पंजाब सरकार को घेरते हुए कहा कि चंडीगढ़ हरियाणा का हिस्सा है और यह तब तक पंजाब का हिस्सा नहीं बन सकता जब तक पंजाब, हरियाणा को एसवाईएल (सतलुज-यमुना लिंक) का पानी नहीं देता।
चंडीगढ़ पर हरियाणा का अधिकार
विज ने कहा, “पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान कहते हैं कि चंडीगढ़ उनका है, लेकिन चंडीगढ़ तभी तक उनका है जब तक वे हरियाणा को एसवाईएल का पानी नहीं देंगे। जब तक ये पानी नहीं देंगे, तब तक चंडीगढ़ पर हरियाणा का अधिकार है।” उन्होंने आगे कहा कि जब पंजाब और हरियाणा अलग हुए थे, तो चंडीगढ़ को हरियाणा की विधानसभा के लिए आवंटित किया गया था, और उस समय से ही हरियाणा का यह अधिकार कायम है।
हरियाणा विधानसभा के सदस्य बढ़ने की संभावना
विज ने यह भी बताया कि आगामी परिसीमन के बाद हरियाणा विधानसभा में सदस्य संख्या बढ़कर 120 हो सकती है। उन्होंने कहा, “अगले परिसीमन में यह संभावना है कि हरियाणा विधानसभा में सदस्य संख्या 120 हो जाएगी, जबकि वर्तमान में यह 90 है। अब यह संख्या बढ़ने के बाद विधानसभा में बैठने की जगह की कमी हो सकती है, इसके लिए हम पहले से ही तैयारी कर चुके हैं।”
बीपीएल कार्ड की प्रक्रिया को सुधारने का दावा
विज ने बीपीएल (Below Poverty Line) कार्ड के मुद्दे पर भी बयान दिया और कहा कि पहले इस प्रक्रिया में काफी समस्याएं थीं, जिससे गरीब परिवारों को परेशानी होती थी। उन्होंने बताया कि अब पूरी प्रक्रिया को सुधारने और स्ट्रीमलाइन करने के बाद सभी पात्र व्यक्तियों को बीपीएल कार्ड दिए जा रहे हैं। “पहले कुछ लोग बीपीएल कार्ड के लिए दर-दर भटकते थे, लेकिन अब यह सिस्टम पूरी तरह से व्यवस्थित है,” उन्होंने कहा।
कांग्रेस की ईवीएम पर टिप्पणियों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया
विज ने कांग्रेस द्वारा ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की विश्वसनीयता पर उठाए गए सवालों को भी खारिज किया। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का पुराना एजेंडा है, जिसमें वे चुनाव हारने के बाद चुनाव आयोग और ईवीएम को दोषी ठहराते हैं। विज ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से सवाल किया, “अगर ईवीएम खराब थी तो कांग्रेस उन सीटों पर पुनः मतदान क्यों नहीं कराती, जहां वह जीते हैं? क्या वहां की ईवीएम सही थी?” उन्होंने कहा कि ईवीएम चुनाव आयोग के निगरानी में काम करती है, और सभी पार्टियों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में इसकी जांच की जाती है।
महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों पर टिप्पणी
महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों पर बात करते हुए, अनिल विज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) वहां भी जीतने जा रही है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी अंदर से विभाजित है और उनके पास नेता प्रतिपक्ष का चुनाव करने में भी समस्याएं आ रही हैं। “कांग्रेस अब एक पार्टी नहीं रही, बल्कि यह विभिन्न धड़ों में बंटी हुई है, जो चुनाव के समय इकट्ठा हो गए थे,” विज ने कहा।
अपनी सुरक्षा को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब
विज ने अपनी सुरक्षा के बारे में उठाए गए सवालों का भी जवाब दिया और कहा कि उन्होंने इस विषय को लेकर तत्कालीन मुख्य सचिव को लिखित शिकायत दी थी और इस मामले की जानकारी भी दी थी। “मैंने अपनी जान को खतरे के बारे में प्रमुख सचिव को सूचित किया था, और इस विषय पर विस्तृत चर्चा भी की थी,” उन्होंने कहा।
विपक्ष पर तंज
विज ने विपक्ष की आलोचनाओं को लेकर भी तीखा जवाब दिया और कहा कि विपक्ष का हमेशा एक सामान्य डायलॉग होता है कि “कुछ भी नया नहीं है।” उन्होंने कहा, “यह पहला सत्र है और इसमें हमारी सरकार की चुनावी प्रतिबद्धताओं का जिक्र किया गया है। विपक्ष के पास हमेशा ऐसा ही सामान्य तर्क होता है।”
अनिल विज ने विधानसभा सत्र के दौरान अपनी सरकार की नीतियों को लेकर आत्मविश्वास से भरे हुए बयान दिए और विपक्ष, खासकर कांग्रेस और पंजाब सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने चंडीगढ़, बीपीएल कार्ड, ईवीएम और अपनी सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी और विपक्ष के सवालों का करारा जवाब दिया। इस सत्र के दौरान विज ने विपक्षी दलों के आरोपों को नकारते हुए अपने राजनीतिक अनुभव और सही ठहराए गए फैसलों को उजागर किया।