गुरुग्राम, 18 नवंबर: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में प्रदूषण वर्तमान में एक खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में कई इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 1000 के पार पहुंच गया है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
AQI के घातक स्तर, प्रदूषण वर्तमान में एक खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है।
वायु प्रदूषण के प्रभाव को समझाने के लिए, दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना उच्च है कि उसमें सांस लेना किसी व्यक्ति के लिए 49 सिगरेट पीने के बराबर है। खासकर, मंदिर मार्ग इलाके में शाम को 4:30 बजे AQI 1063 रिकॉर्ड किया गया। अन्य इलाकों में भी स्थिति चिंताजनक है, जैसे:
- मुंडका: AQI 1023
- आर्य नगर (गुरुग्राम): AQI 1023
- जहांगीरपुरी: AQI 1003
- पंजाबी बाग: AQI 911
- इहबास: AQI 945
- आनंद विहार: AQI 956
- नई दिल्ली: AQI 805
स्वास्थ्य संबंधी सलाह ,घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें
इन गंभीर स्तर के प्रदूषण को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सख्त सलाह दी है कि लोग घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें और संभवतः घर के अंदर रहने का प्रयास करें। ऐसे इलाकों में, जहां AQI रेड जोन में है, वहां रहने वाले लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
प्रदूषण के प्रभाव, उच्च AQI स्तर पर रहने से लोगों में सांस संबंधित समस्याएं
उच्च AQI स्तर पर रहने से लोगों में सांस संबंधित समस्याएं, आंखों में जलन, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। इन जोखिमों को कम करने के लिए जरूरी है कि लोग सक्रिय रूप से अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें और जन स्वास्थ्य के लिए उपाय करें।
दिल्ली और एनसीआर के प्रदूषण का यह स्तर अत्यंत चिंताजनक है
दिल्ली और एनसीआर के प्रदूषण का यह स्तर अत्यंत चिंताजनक है और इसके प्रभावों से निपटने के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। जन जागरूकता और सामूहिक प्रयासों के माध्यम से ही इस गंभीर समस्या का समाधान संभव है। ऐसे में सरकार और स्थानीय प्रशासन को भी प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस उपायों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।