नई दिल्ली, 18 नवंबर: भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2024, जो 14 से 27 नवंबर तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया जा रहा है, ने “विकसित भारत 2047” विषय के तहत हरियाणा पवेलियन को एक विशेष स्थान दिया है। इस पवेलियन में हरियाणा की समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत और विकास की गति का विस्तार से प्रदर्शन किया जा रहा है।
हरियाणा पवेलियन के आकर्षण , न्य विशेषताओं को सुंदरता से सजाया गया है।
हरियाणा पवेलियन ने “नॉन स्टॉप हरियाणा” के थीम के तहत पिछले दो दशकों में आए परिवर्तनों को उजागर किया है। इस पवेलियन में हरियाणवी संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए भित्ति चित्र, कलाकृतियाँ और क्षेत्र की अन्य विशेषताओं को सुंदरता से सजाया गया है।
पवेलियन के प्रवेश द्वार पर हरियाणवी गांव की याद ताजा करने वाले तत्व हैं
- संस्कृति का प्रर्दशन: पवेलियन के प्रवेश द्वार पर हरियाणवी गांव की याद ताजा करने वाले तत्व हैं, जो आगंतुकों को भारतीय ग्रामीण जीवन की झलक देते हैं।
- त्योहारों की जानकारी: हरियाणा में मनाए जाने वाले विभिन्न त्योहारों के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है, जिसमें बताया गया है कि हर माह कौन से त्योहार मनाए जाते हैं और वे किस तरह से मनाए जाते हैं।
- 1857 की क्रांति में योगदान: पवेलियन में 1857 की क्रांति में हरियाणा के योगदान को युद्ध स्मारक अंबाला के माध्यम से दर्शाया गया है।
खेल एवं शौर्य का प्रदर्शन, ख्याति प्राप्त खिलाड़ियों की उपलब्धियों को प्रमुखता से दिखाया गया है
हरियाणा की खेल में उपलब्धियों पर भी जोर दिया गया है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त खिलाड़ियों की उपलब्धियों को प्रमुखता से दिखाया गया है, जिनमें हॉकी, भाला फेंक और निशानेबाजी के क्षेत्र में पदक जीतने वाले खिलाड़ी शामिल हैं।
- सेना में योगदान: पवेलियन में प्रदर्शित सामग्री में हरियाणा के शौर्य और सैनिकों की बहादुरी को भी शामिल किया गया है, जिससे युवाओं में देश भक्ति का जज़्बा बढ़ता है।
आधुनिक विकास योजनाएँ
“विकसित गांव, विकसित हरियाणा” के तहत गांवों में हो रहे बदलावों को भी दर्शाया गया है। जैसे:
- ई-लाइब्रेरी की स्थापना
- जिम का उद्घाटन
- अन्य विकास योजनाओं का कार्यान्वयन
धार्मिक स्थलों का प्रदर्शन
महाभारत काल के धार्मिक स्थलों का भी उल्लेख किया गया है, जैसे:
- गुरुद्वारा नाडा साहिब, पंचकुला
- कुरुक्षेत्र के आदि बद्री मंदिर
- हिसार का अग्रोहा धाम
हरियाणा की पहचान को उजागर करने का एक अवसर है
43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में हरियाणा पवेलियन ने प्रदेश की समृद्धि, सांस्कृतिक विरासत और विकास की कहानियों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है। यह न केवल हरियाणा की पहचान को उजागर करने का एक अवसर है, बल्कि प्रदेश की उपलब्धियों और भविष्य की संभावनाओं को भी दर्शाता है।