
नई दिल्ली, 19 नवंबर – हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सदन में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज के बीच बातचीत (गुफ्तगू) का एक दिलचस्प दृश्य देखने को मिला।
सदन में जब विभिन्न मुद्दों पर चर्चा चल रही थी, उस दौरान मुख्यमंत्री और मंत्री आपस में बातचीत करते हुए देखे गए। दोनों नेताओं के बीच यह हल्की-फुलकी गुफ्तगू सदन के कार्यकलापों के बीच होने से यह दृश्य अचानक चर्चा का विषय बन गया। हालांकि यह बातचीत व्यक्तिगत और ग़ैर-सरकारी थी, लेकिन दोनों नेताओं के बीच विचार-विमर्श और संवाद का यह दृश्य यह संकेत देता है कि राज्य के प्रशासनिक कार्यों को लेकर दोनों के बीच तालमेल और सामंजस्यपूर्ण संबंध हैं।
प्रशासनिक मुद्दों पर दोनों के विचारों में आपसी समझ और सहयोग की भावना है।
यह दृश्य तब सामने आया जब विधानसभा सत्र के दौरान अन्य विधायकों द्वारा विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जा रही थी, और सदन के अन्य सदस्य विभिन्न प्रस्तावों और विधेयकों पर चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और मंत्री अनिल विज के बीच इस गुफ्तगू से यह भी प्रतीत होता है कि राज्य के विकास और प्रशासनिक मुद्दों पर दोनों के विचारों में आपसी समझ और सहयोग की भावना है।
हालांकि, यह बातचीत सदन की कार्यवाही के दौरान सार्वजनिक नहीं थी, लेकिन इसने सदन में एक हल्के और सकारात्मक माहौल को उत्पन्न किया, जहां दो वरिष्ठ नेताओं के बीच व्यक्तिगत संवाद राज्य की समृद्धि और विकास के लिए आपसी विचार-विमर्श को दर्शाता है।
यह बातचीत खास महत्व रखती है, क्योंकि यह राज्य सरकार के प्रमुख और उनके मंत्री के बीच सामंजस्यपूर्ण कार्यकुशलता और समर्पण का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री और मंत्री के बीच यह संवाद राज्य की राजनीतिक प्रक्रिया में सकारात्मक पहलुओं को उजागर करता है। यह ऐसे समय में हुआ जब सदन में अन्य विधायकों द्वारा विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श हो रहा था और सत्र के समाप्ति के करीब आने पर इस प्रकार के दृश्य राज्य के प्रशासनिक माहौल को और भी सुलझा और संजीदा बनाते हैं।
सदन में दोनों नेताओं के बीच हल्की बातचीत के दृश्य ने यह भी स्पष्ट किया कि हरियाणा की राजनीति में विभिन्न राजनीतिक दलों और उनके नेताओं के बीच समझदारी और सहयोग का माहौल कायम है। इस प्रकार के दृश्य सामान्य रूप से राज्य सरकार की कार्यकुशलता और एकजुटता को प्रदर्शित करते हैं।
सत्र का समापन:
नेताओं के बीच स्वस्थ संवाद और आपसी सहयोग भी जरूरी है,
हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र का यह अंतिम दिन महत्वपूर्ण था, क्योंकि इसमें राज्य के विकास, कल्याणकारी योजनाओं और अन्य सामयिक मुद्दों पर चर्चा की गई। इस सत्र में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए और जनहित में कई बड़े फैसले लिए गए। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और उनके मंत्रीमंडल के अन्य सदस्य राज्य के विभिन्न पहलुओं पर गंभीर चर्चा कर रहे थे और सदन की कार्यवाही को सकारात्मक रूप से चलाया जा रहा था।
यह दृश्य यह भी दर्शाता है कि राजनीति में न केवल बडी़ बहस और चर्चा होती है, बल्कि नेताओं के बीच स्वस्थ संवाद और आपसी सहयोग भी जरूरी है, जो राज्य के विकास को आगे बढ़ाने में सहायक हो सकता है।