
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मंच पर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले सरपंचों और अन्य लोगों की सूची पढ़ते हुए नजर आ रहे हैं।
रेवाड़ी, हरियाणा, 19 नवंबर: बावल खंड विकास पंचायत कार्यालय में कार्यरत कुलदीप मलिक को पंचायती विभाग के उप-कार्यकारी अधिकारी ने कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए दो दिन का अतिरिक्त समय दिया है। उप-कार्यकारी अधिकारी ने कुलदीप मलिक को एक पत्र जारी कर कहा है कि वह 20 नवंबर तक नोटिस का जवाब दें। यह नोटिस कुलदीप मलिक पर आदर्श आचार संहिता की उल्लंघना और पार्टी विशेष के पक्ष में कार्य करने के आरोपों के तहत जारी किया गया है।
आरोप और शिकायत का विवरण:
जिला प्रमुख और उप-प्रमुख ने 28 अक्टूबर को आयोजित जिला परिषद की बैठक में कुलदीप मलिक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उप-मुख्य कार्यकारी अधिकारी को जिला प्रमुख और उप-प्रमुख ने कुलदीप मलिक से जुड़ा एक वीडियो सौंपा था, जिसमें मलिक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मंच पर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले सरपंचों और अन्य लोगों की सूची पढ़ते हुए नजर आ रहे हैं।
इस वीडियो के आधार पर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कुलदीप मलिक को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। कुलदीप मलिक ने 8 नवंबर को वीडियो का तो अवलोकन कर लिया, लेकिन अब तक कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दिया है।
आगे की कार्रवाई:, उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जा सकती है।
अब उप-कार्यकारी अधिकारी ने कुलदीप मलिक को 20 नवंबर तक नोटिस का जवाब देने का अंतिम अवसर दिया है। यदि वह तय समय में नोटिस का जवाब नहीं देते हैं, तो उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जा सकती है।
मनरेगा में कथित अनियमितताएं: उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जा सकती है।
इसके अलावा, यह भी खबर आ रही है कि बावल और धारूहेड़ा में मनरेगा से जुड़े कार्यों की जांच की जाए, तो बड़ा गोलमाल सामने आ सकता है। इससे संबंधित अधिकारियों की ओर से भी एक संभावित जांच की मांग उठाई जा रही है।
इस नोटिस का जवाब किस तरह से देते हैं
यह घटनाक्रम कुलदीप मलिक के खिलाफ आरोपों और उनके जवाबी कार्रवाई के लिए दिए गए समय को लेकर चर्चा में है, और यह देखना होगा कि वह इस नोटिस का जवाब किस तरह से देते हैं, या यदि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती है।