संभल उत्तर प्रदेश, 25 नवंबर: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सुबह जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताकर कोर्ट कमिश्नर की टीम द्वारा सर्वे के लिए आने के बाद बवाल हो गया। सुबह करीब सात बजे अचानक टीम के पहुंचने पर स्थानीय मस्जिद में भीड़ जुट गई, जो मस्जिद में प्रवेश करने की कोशिश करने लगी। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया।
जिनमें कई पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
इस हिंसक स्थिति के दौरान, भीड़ ने सीओ (सर्कल ऑफिसर) की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ की और उनमें आग लगा दी। फायरिंग भी शुरू हो गई, जिससे हालात और भी तनावपूर्ण हो गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज के जरिए भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ पूरी तरह से बेकाबू हो गई। इस हिंसा में पाँच लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए, जिनमें कई पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
घटनास्थल पर स्थिति को काबू करने के लिए अन्य जिलों से पुलिस और पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र constabulary) को भेजा गया। लगभग डेढ़ घंटे तक हालात तनावपूर्ण बने रहे, लेकिन जैसे-तैसे पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया और स्थिति को नियंत्रण में लाया।
प्रशासन ने संभल जिले में इंटरनेट सेवा को तत्काल बंद कर दिया
सुरक्षा स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने संभल जिले में इंटरनेट सेवा को तत्काल बंद कर दिया ताकि अफवाहें न फैलें और स्थिति और न बिगड़े। इस घटना के बाद इलाके की नाकेबंदी कर दी गई और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया।
पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज के जरिए भीड़ को खदेड़ा
जामा मस्जिद में कोर्ट कमिश्नर की टीम के सर्वे के दौरान हिंसा।
पुलिस पर पथराव, सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी।
पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज के जरिए भीड़ को खदेड़ा, लेकिन स्थिति गंभीर रही।
हिंसा में पाँच लोगों की मौत और कई लोग घायल हुए।
इंटरनेट सेवा बंद की गई, इलाके में नाकेबंदी की गई।
यह घटना संभल जिले में तनाव की स्थिति पैदा कर रही है, और प्रशासन ने हालात को काबू में रखने के लिए कड़े कदम उठाए हैं।