
वाणिज्य, उद्योग, वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह होंगे मुख्य अतिथि
गुरुग्राम: 25 नवंबर 2024/ गुरुग्राम विश्वविद्यालय परिसर में 26 नवंबर को संविधान दिवस समारोह पूर्ण गरिमा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। यह आयोजन मंगलवार, 26 नवंबर को सुबह 11 बजे विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित होगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के वाणिज्य, उद्योग, वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह होंगे, जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर सोहना के विधायक तेजपाल तंवर और गुरुग्राम के विधायक मुकेश शर्मा मौजूद रहेंगे।
संविधान दिवस के आयोजन की तैयारियों को लेकर आज एडीसी हितेश कुमार मीणा ने गुरुग्राम विश्वविद्यालय का दौरा किया। उनके साथ जिला परिषद के सीईओ जगनिवास और विश्वविद्यालय के कुलपति दिनेश कुमार भी उपस्थित थे। एडीसी हितेश कुमार मीणा ने विश्वविद्यालय परिसर में कार्यक्रम की तैयारियों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आयोजन के लिए दिशा-निर्देश दिए।
कार्यक्रम की विशेषताएँ
गुरुग्राम विश्वविद्यालय के सभागार में संविधान पर आधारित एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
एडीसी हितेश कुमार मीणा ने बताया कि 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को सर्वसम्मति से संसद में पारित किया गया था, और इसी दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को याद करते हुए गुरुग्राम विश्वविद्यालय के सभागार में संविधान पर आधारित एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर भारतीय संविधान की रचना, उसके इतिहास और विशेषताओं पर विद्वान वक्ता अपने विचार व्यक्त करेंगे।
विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगिताएँ:
संविधान दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के बीच कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जो संविधान के महत्व को समझने में मदद करेंगी। इनमें कविता पाठ, पोस्टर मेकिंग, भाषण प्रतियोगिता और सेमिनार शामिल हैं। इसके अलावा, विश्वविद्यालय परिसर में संविधान पर आधारित एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, ताकि विद्यार्थियों और नागरिकों को भारतीय संविधान के बारे में और अधिक जानकारी मिल सके।
प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मुख्य अतिथि राव नरबीर सिंह द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम के अंत में, इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मुख्य अतिथि राव नरबीर सिंह द्वारा सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही, कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं और नागरिकों को भारतीय संविधान की रक्षा और उसकी पालना की शपथ भी दिलवायी जाएगी।
संविधान दिवस का महत्व:
1949 को भारतीय संविधान को संसद में पारित किया गया था,
संविधान दिवस भारत के संविधान की ऐतिहासिक और सांविधानिक महत्व को मान्यता देने के लिए मनाया जाता है। 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को संसद में पारित किया गया था, और यह दिवस भारतीय लोकतंत्र के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। यह दिन भारतीय संविधान के प्रति सम्मान और उसकी रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को बढ़ावा देता है।