
दिल्ली, 29 नवंबर 2024 – वित्त मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में 500 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 317 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। संसद में पेश किए गए आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है कि वित्त वर्ष 2018-19 में 500 रुपये के नकली नोटों की संख्या 21,865 मिलियन थी, जो 2022-23 में बढ़कर 91,110 मिलियन हो गई। हालांकि, वित्त वर्ष 2023-24 में नकली 500 रुपये के नोटों में 15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जिसके बाद इनकी संख्या घटकर 85,711 मिलियन हो गई है।
नकली नोटों की बढ़ोतरी: सबसे अधिक वार्षिक वृद्धि वित्त वर्ष 2021-22 में देखने को मिली।
रिपोर्ट के अनुसार, सबसे अधिक वार्षिक वृद्धि वित्त वर्ष 2021-22 में देखने को मिली। इस दौरान, 500 रुपये के नकली नोटों की संख्या 39,453 मिलियन से बढ़कर 79,669 मिलियन तक पहुंच गई। यह वृद्धि इस समय के दौरान नोटों की छपाई और अवैध गतिविधियों में तेजी के कारण हुई। नकली नोटों के प्रसार में वृद्धि के कारण समाज में चिंता बनी हुई है और यह समस्या भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी गंभीर बन सकती है।
नकली नोटों का प्रचलन और उपाय: नकली नोटों की संख्या में बढ़ोतरी जारी है। इस समय, नकली नोटों के प्रचलन को रोकने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
नकली नोटों का प्रचलन बढ़ने के कारण केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ने सुरक्षा उपायों में सुधार करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके बावजूद, नकली नोटों की संख्या में बढ़ोतरी जारी है। इस समय, नकली नोटों के प्रचलन को रोकने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वित्त मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि नए सुरक्षा उपायों और तकनीकी सुधारों के बावजूद नकली नोटों की छपाई में वृद्धि हुई है।
नकली नोटों की छपाई और चोरी: बढ़ती संख्या के कारण चोरी और अवैध गतिविधियों में भी इजाफा हुआ है।
नकली नोटों की बढ़ती संख्या के कारण चोरी और अवैध गतिविधियों में भी इजाफा हुआ है। यह संकेत करता है कि अभी भी कुछ खामियां हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है। इसके लिए सरकार और रिजर्व बैंक लगातार काम कर रहे हैं ताकि नकली नोटों की छपाई पर काबू पाया जा सके और उनके प्रसार को रोका जा सके।
500 रुपये के नकली नोटों की समस्या बढ़ रही है
इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि भारत में 500 रुपये के नकली नोटों की समस्या बढ़ रही है, हालांकि 2023-24 में कुछ गिरावट आई है। लेकिन फिर भी नकली नोटों की छपाई और उनके प्रसार को रोकने के लिए और भी कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है। सरकार को अब और प्रभावी सुरक्षा उपायों की योजना बनाने की जरूरत है ताकि नकली नोटों की संख्या में और गिरावट आए और अर्थव्यवस्था को इस संकट से बचाया जा सके।