उत्तर प्रदेश की बड़ी खबर – 4 दिसंबर 2024 / उत्तर प्रदेश के नोएडा में आज किसानों की महापंचायत के बीच एक नया घटनाक्रम सामने आया, जब किसान नेता राकेश टिकैत को पुलिस ने रास्ते में रोक लिया। किसान महापंचायत में सैकड़ों किसान अपनी जायज मांगों को लेकर बैठे हुए थे, और राकेश टिकैत महापंचायत में शामिल होने के लिए आ रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें टप्पल के पास रोक लिया। पुलिस का कहना है कि यह कदम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है। हालांकि, पुलिस ने यह भी कहा कि राकेश टिकैत को जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा।
किसान नेताओं का बढ़ता गुस्सा: राकेश टिकैत को रोकने से किसानों का आक्रोश और बढ़ गया।
किसान महापंचायत में बैठे किसानों में सरकार के प्रति गुस्सा बढ़ गया है, और राकेश टिकैत को रोकने से किसानों का आक्रोश और बढ़ गया। किसानों का कहना है कि सरकार जानबूझकर उन्हें सड़कों पर बैठने के लिए मजबूर कर रही है। वहीं, किसानों का मानना है कि राकेश टिकैत का भाषण युवाओं में जोश भरता है, जिससे सरकार को परेशानी होती है।
राकेश टिकैत का बयान:सरकार किसानों को जानबूझकर सड़कों पर बैठने पर मजबूर कर रही है।
जब राकेश टिकैत से पूछा गया कि उन्हें रास्ते में क्यों रोका गया, तो उन्होंने कहा, “मुझे जानबूझकर रोका गया है। उत्तर प्रदेश की सरकार नहीं चाहती कि किसान और सरकार के बीच कोई समझौता हो। सरकार किसानों को जानबूझकर सड़कों पर बैठने पर मजबूर कर रही है। किसानों की मांग पूरी करनी चाहिए, क्योंकि उनकी मांगें जायज हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर पुलिस प्रशासन यहां जितना बल लगा रहा है, अगर वह बल किसी और जगह उपयोग होता, तो शायद आम लोगों को आने-जाने में परेशानी नहीं होती। मैं किसान का हूं और किसान मेरे हैं। किसान अब पीछे नहीं हटेंगे, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।”
महापंचायत जारी रखने की अपील:उन्हें रोकने से सरकार और पुलिस का कोई फायदा नहीं होगा।
राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि उन्हें रोकने से सरकार और पुलिस का कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपनी महापंचायत को जारी रखें और अपनी मांगों के लिए सरकार से अपील करते रहें। उनका कहना था कि “सरकार को मजबूर करना होगा कि वे हमारी मांगों को पूरी करें।”
महापंचायत में शामिल किसान अब और भी अधिक आक्रोशित हो गए हैं, और उनकी मांगें पूरी करने के लिए सरकार को और अधिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है। किसानों का कहना है कि वे अपनी जायज मांगों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे और किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे।
स्थिति का आगामी रुख:सरकार इस बढ़ते हुए किसानों के आंदोलन को कैसे संभालती है,
अब यह देखना है कि सरकार इस बढ़ते हुए किसानों के आंदोलन को कैसे संभालती है, और क्या राकेश टिकैत और अन्य किसान नेताओं की मांगों को सरकार मानती है। किसानों का यह आंदोलन आगे चलकर उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती बन सकता है।