
फतेहपुर में माइनस 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरा तापमान
चंडीगढ़, 15 दिसंबर:
मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है और बिना बरसात के सूखी ठंड पड़ रही है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। राजस्थान और हरियाणा के कई क्षेत्रों में सर्दी की तीव्रता बढ़ती जा रही है, खासकर राजस्थान के सिकर सहित अन्य इलाकों में। इस कड़ी सर्दी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के लोग, खासकर बच्चे, स्कूल जाने में परेशान हो रहे हैं।
राजस्थान और हरियाणा में सर्दी का प्रभाव:
राजस्थान के कई ग्रामीण क्षेत्रों जैसे करौली, अलवर और दोसा में सर्दी का कहर जारी है। इन क्षेत्रों में ठंड के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है, और लोग ठंड से बचने के लिए विभिन्न उपायों का सहारा ले रहे हैं। शेखावाटी क्षेत्र, विशेष रूप से फतेहपुर, में पिछले पांच दिनों से तापमान माइनस 2 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। रविवार को भी तापमान माइनस 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरा, जिससे लोगों को अत्यधिक ठंड का सामना करना पड़ रहा है।
हरियाणा में सर्दी का असर:
हरियाणा के शहरी क्षेत्रों जैसे गुरुग्राम, पलवल और फरीदाबाद में ठंड का असर ज्यादा नहीं है। हालांकि, अंबाला, करनाल, सिरसा और हिसार जैसे क्षेत्रों में सर्दी की तीव्रता बढ़ती जा रही है। इन क्षेत्रों में ठंड से लोग अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
एनसीआर और दिल्ली:
दिल्ली में इस वक्त सर्दी का कोई खास असर नहीं दिख रहा है, और तापमान सामान्य बना हुआ है। वहीं, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, मेरठ और अन्य जिलों में सर्दी ज्यादा महसूस की जा रही है। एनसीआर क्षेत्र में भी सर्दी का असर देखा जा रहा है, लेकिन दिल्ली में सर्दी के कम प्रभाव के कारण लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
मौसम का पूर्वानुमान:
मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में सर्दी का असर और बढ़ सकता है, लेकिन जनवरी के पहले सप्ताह में बरसात होने की संभावना है। इसके बाद मौसम में बदलाव आ सकता है, जिससे सर्दी में कुछ राहत मिल सकती है।
इस समय मौसम के बदलाव से हरियाणा, राजस्थान और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में सर्दी ने दस्तक दे दी है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है और लोगों को ठंड से बचने के उपायों की जरूरत महसूस हो रही है।