
अतुल सुभाष पर हंसने वालीं जज रीता कौशिक भी जांच के घेरे में, पुलिस करेगी बड़ा एक्शन
बेंगलुरु: सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। पुलिस अब सुसाइड नोट में दर्ज सभी आरोपों की जांच कर रही है। इनमें उत्तर प्रदेश के जौनपुर में फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक पर लगे गंभीर आरोप भी शामिल हैं।
गिरफ्तारियां और जांच का दायरा
शनिवार को पुलिस ने अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, और साले अनुराग सिंघानिया को गिरफ्तार किया। बेंगलुरु पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सुसाइड नोट में दर्ज सभी बिंदुओं पर कार्रवाई की जाएगी। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने बताया कि जांच अधिकारी के पास सभी कानूनी अधिकार हैं और जज सहित अन्य आरोपियों की भूमिका की भी गहन जांच होगी।
सुसाइड नोट में दर्ज गंभीर आरोप
अतुल सुभाष ने अपने 24 पन्नों के सुसाइड नोट और डेढ़ घंटे लंबे वीडियो में कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने बताया कि 21 मार्च 2024 को जज कौशिक के चेंबर में उनकी पत्नी ने कथित तौर पर कहा था, “तुम सुसाइड क्यों नहीं कर लेते“, जिस पर जज हंसने लगी थीं। इसके अलावा, उन्होंने जज पर 5 लाख रुपये रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया।
घटना का विस्तार
9 दिसंबर 2024 को बेंगलुरु स्थित अपने घर में अतुल का शव मिला। उन्होंने अपने नोट और वीडियो में पत्नी निकिता, उनकी मां निशा, भाई अनुराग, और अंकल सुशील सिंघानिया का नाम लिया। अतुल ने लिखा कि झूठे केस और पारिवारिक उत्पीड़न के चलते वह आत्महत्या करने पर मजबूर हुए।
न्यायिक कार्रवाई की तैयारी
पुलिस ने कहा कि सुसाइड नोट में दर्ज हर आरोप पर कानूनी सलाह लेने के बाद कार्रवाई की जाएगी। यह मामला न केवल पारिवारिक विवाद को उजागर करता है, बल्कि न्याय व्यवस्था की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाता है।