
कचरा फैलाने वालों पर की जाएगी कार्रवाई
गुरुग्राम, 19 दिसंबर: शहर को स्वच्छ और साफ-सुथरा बनाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन और नगर निगम गुरुग्राम लगातार प्रयासरत हैं। इस दिशा में, हर वार्ड के लिए एचसीएस अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो अपनी जिम्मेदारी के तहत सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए हर दिन अपने-अपने वार्ड का दौरा कर रहे हैं।
सफाई व्यवस्था में सुधार:
हालांकि, कई स्थानों पर यह देखा गया है कि गार्बेज ट्रॉली खड़ी होने के बावजूद कुछ लोग कचरा जमीन पर डाल देते हैं, जिससे सफाई व्यवस्था में रुकावट आ रही है। इस समस्या को सुलझाने के लिए अब सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जो कचरा फैलाने वालों की पहचान करेंगे और उन पर जुर्माना लगाएंगे। साथ ही, उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जाएगी। यह निर्णय गुरुग्राम मंडल के आयुक्त आरसी बिढ़ान की अध्यक्षता में आयोजित ठोस कचरा पर्यावरण आवश्यकता कार्यक्रम (स्वीप) की समीक्षा बैठक में लिया गया।
स्वच्छता के लिए कदम:
बैठक में यह भी बताया गया कि नगर निगम ने गार्बेज वर्नेबल प्वाइंट्स पर गार्बेज ट्रॉली खड़ी की हैं ताकि लोग कचरे को सही जगह पर डालें। सफाई टीमें प्रतिदिन गार्बेज ट्रॉली को खाली कर रही हैं, लेकिन फिर भी कुछ लोग कचरा जमीन पर फेंक देते हैं, जिससे सफाई कार्य में रुकावट आती है।
अवैध कचरा डंपिंग पर कार्रवाई:
मंडलायुक्त ने सार्वजनिक स्थानों पर अवैध कचरा डंपिंग को रोकने के लिए नगर निगम गुरुग्राम के संयुक्त आयुक्तों और सहायक पुलिस आयुक्तों की टीमें गठित करने का निर्देश दिया। इन टीमें दिल्ली से आने वाले कचरा वाहनों को पकड़कर उन्हें जब्त करेंगी और उन वाहनों के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगी जो बल्क वेस्ट जनरेटरों से कचरा उठाकर सार्वजनिक स्थानों पर डाल देते हैं। इसके अलावा, यातायात पुलिस भी इन वाहनों पर कार्रवाई करेगी।
स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता:
नगर निगम गुरुग्राम द्वारा एक स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता के तहत लगातार 2 माह तक बेहतर स्वच्छता बनाए रखने वाले वार्ड में 1 करोड़ रुपए के विकास कार्य कराए जाएंगे। वहीं, एक माह तक बेहतर स्वच्छता बनाए रखने वाले दूसरे स्थान के वार्ड में 50 लाख रुपए के विकास कार्य होंगे। स्वच्छ वार्ड का चयन अधिकारियों और नागरिकों की कमेटी द्वारा किया जाएगा।
सफाई व्यवस्था का निरीक्षण:
मंडलायुक्त ने कहा कि वे जल्दी ही निगमायुक्त और जिला उपायुक्त के साथ शहर का दौरा करेंगे और सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने सफाई शाखा के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे वार्ड-1 और वार्ड-2 में 100 प्रतिशत सफाई सुनिश्चित करें, ताकि इन क्षेत्रों में कचरा, मलबा या पॉलीथीन न दिखाई दे।
संसाधनों और कर्मचारियों की कमी को पूरा करना:
मंडलायुक्त ने सफाई कार्य के लिए सभी संसाधनों और कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के निर्देश दिए। इसके तहत डोर-टू-डोर कचरा उठाने वाले वाहनों की संख्या बढ़ाई जाएगी और गार्बेज ट्रॉली के पास एक-एक कर्मचारी की नियुक्ति की जाएगी। साथ ही, डोर-टू-डोर कचरा उठान कार्य की निगरानी की जाएगी।
सीएंडडी वेस्ट की सफाई में तेजी:
मंडलायुक्त ने कहा कि शहर से सीएंडीडब्ल्यू वेस्ट (कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट) को जल्दी उठाने के लिए कदम उठाए जाएंगे, ताकि शहर को स्वच्छ बनाया जा सके। इसके लिए प्रतिदिन कम से कम 10,000 टन सीएंडीडब्ल्यू वेस्ट उठाने की व्यवस्था की जाएगी।
बैठक में सभी एचसीएस नोडल अधिकारियों ने अपने-अपने वार्ड की सफाई व्यवस्था की रिपोर्ट मंडलायुक्त के सामने प्रस्तुत की। समीक्षा के दौरान जोन-2 क्षेत्र में सफाई व्यवस्था सही नहीं पाई गई, जिसके चलते फील्ड इंचार्ज श्रीकांत शर्मा के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।