स्कूलों में आगामी आदेशों तक हाइब्रिड मोड में चलेंगी कक्षाएं
गुरुग्राम, 19 दिसंबर – एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को नियंत्रित करने के लिए गुरुग्राम प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सीएक्यूएम द्वारा लागू ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के चौथे चरण के तहत, 21 दिसंबर तक जिले के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में कक्षाएं हाइब्रिड मोड में संचालित की जाएंगी। इसके अंतर्गत, जहां भी ऑनलाइन शिक्षा संभव होगी, वहां कक्षाएं भौतिक और ऑनलाइन दोनों मोड में आयोजित की जाएंगी।
इस निर्णय के तहत, सभी राज्य और निजी विश्वविद्यालयों, सरकारी कॉलेजों, सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों, और स्व-वित्तपोषित कॉलेजों के प्रिंसिपलों को यह निर्देश दिया गया है कि वे कक्षाओं को हाइब्रिड मोड में संचालित करें। इसके अतिरिक्त, छात्रों और उनके अभिभावकों को ऑनलाइन शिक्षा का विकल्प प्रदान किया जाएगा, जहां यह संभव हो।
स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश
इसके साथ ही, स्कूल शिक्षा विभाग ने भी जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के प्रमुखों को आदेश दिए हैं कि कक्षा 9वीं और 11वीं तक के बच्चों के लिए आगामी आदेशों तक कक्षाएं हाइब्रिड मोड में संचालित की जाएं। इसका मतलब है कि जहां भी ऑनलाइन शिक्षा संभव होगी, स्कूलों में कक्षाएं भौतिक और ऑनलाइन दोनों मोड में चलेंगी।
ग्रेप 4 के तहत सख्ती से लागू की जा रही पाबंदियां
गुरुग्राम जिले में प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए डीसी अजय कुमार के नेतृत्व में ग्रेप 4 के तहत सख्त पाबंदियों का पालन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत, जिला प्रशासन ने सभी निजी संस्थानों के लिए वर्क फ्रॉम होम की एडवाइजरी जारी की है। इसके अलावा, सभी सरकारी और निकाय कार्यालयों के कार्यालय समय में भी बदलाव किया गया है।
जिला प्रशासन ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अन्य पाबंदियां भी लागू की हैं। इन पाबंदियों का उद्देश्य नागरिकों की सेहत पर प्रतिकूल असर को रोकना है। प्रशासन ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।