
लखनऊ, 28 दिसंबर।
5 जनवरी 2024 से लखनऊ में नेत्र कुम्भ का शुभारंभ होने जा रहा है। यह आयोजन अपने आप में ऐतिहासिक होगा, जिसका उद्देश्य लाखों लोगों को नेत्र परीक्षण और चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से एक विश्व रिकॉर्ड बनाने की भी योजना है।
नेत्र कुम्भ का आयोजन स्थल
यह आयोजन नागवासुकी मंदिर के पास, 10 एकड़ के विशाल परिसर में किया जाएगा। देशभर से आए मरीजों और श्रद्धालुओं के लिए यह नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा शिविर होगा, जिसमें नेत्र परीक्षण, चश्मे वितरण और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
5 लाख से अधिक नेत्र जांच का लक्ष्य
इस कार्यक्रम का लक्ष्य 5 लाख से अधिक लोगों की आंखों की जांच करना है। जांच में माइनस पावर, ग्लूकोमा, मोतियाबिंद जैसी समस्याओं की पहचान की जाएगी और जरूरत के अनुसार इलाज की सलाह दी जाएगी।
3 लाख से अधिक चश्मों का वितरण
कार्यक्रम में 3 लाख से अधिक चश्मों का निशुल्क वितरण किया जाएगा। यह कदम उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा, जिन्हें नजर संबंधी समस्याएं हैं।
विशेष सुविधाएं
1. 11 जर्मन हैंगर:
मरीजों और श्रद्धालुओं के लिए 11 आधुनिक सुविधाओं वाले जर्मन हैंगर तैयार किए गए हैं।
2. नि:शुल्क दवाएं:
मरीजों को जरूरत के अनुसार नि:शुल्क दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
3. ऑपरेशन के लिए रेफरल व्यवस्था:
गंभीर नेत्र रोगों के मरीजों को सर्जरी के लिए रेफर किया जाएगा।
नेत्र दान शिविर का आयोजन
नेत्र कुम्भ में नेत्र दान शिविर भी आयोजित किया जाएगा, जहां लोगों को नेत्रदान के लिए जागरूक किया जाएगा। यह अभियान नेत्रहीनों की मदद के लिए एक सराहनीय प्रयास है।
समाज के लिए एक अनूठी पहल
नेत्र कुम्भ 2024 सिर्फ एक स्वास्थ्य सेवा नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है। यह लाखों लोगों की आंखों की समस्याओं का समाधान करेगा और उनके जीवन में नई रोशनी लाएगा।