
गुरुग्राम, 3 जनवरी 2025:
सीजेएम रमेश चंद्र ने किया भोंडसी जेल का निरीक्षण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव और मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) रमेश चंद्र ने गुरुवार को भोंडसी स्थित जिला कारागार का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जेल में बंद पुरुष और महिला बंदियों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। सीजेएम ने इस अवसर पर जेल की सफाई व्यवस्था और बंदियों के स्वास्थ्य की नियमित जांच पर भी विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।
जेल में दिए गए विशेष निर्देश
सीजेएम ने कहा कि कड़ी सर्दी के मौसम में जेल में बंदियों को उचित सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए। उन्होंने जेल में बंदियों की स्वास्थ्य जांच की नियमितता पर जोर दिया और बैरकों की सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने की आवश्यकता पर भी बल दिया। जेल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट सत्यभान ने सीजेएम को बताया कि सभी बंदियों की देखभाल सही तरीके से की जा रही है और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है।
लोक अदालत का आयोजन और पांच बंदियों को रिहाई
सीजेएम के निरीक्षण के बाद जेल परिसर में लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत में कुल 21 मामलों की सुनवाई की गई, जिसमें से पाँच ऐसे बंदियों को रिहा करने का आदेश दिया गया, जो छोटे अपराधों के कारण जेल में बंद थे और जिनकी सजा की अवधि पूरी हो चुकी थी। इन बंदियों ने अपने अपराधों को स्वीकार किया था और भविष्य में सभ्य नागरिक बनने का वादा किया था। यह सभी बंदी जीवन में पहली बार छोटे अपराधों जैसे चोरी या छोटी माप की चुराई में शामिल हुए थे।
सीजेएम का संदेश
सीजेएम रमेश चंद्र ने जेल के अधिकारियों को बंदियों के अधिकारों और उनकी उचित देखभाल सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि कानून का पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है और जो लोग अपने अपराधों को स्वीकार कर सुधार की दिशा में कदम बढ़ाते हैं, उनके लिए समाज में एक नई शुरुआत का अवसर होना चाहिए।