
चंडीगढ़, 4 दिसंबर: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हूडा ने नायब मुख्यमंत्री की सरकार को घेरते हुए प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के तहत राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं गंभीर संकट से गुजर रही हैं और अब यह वेंटिलेटर पर पहुंच चुकी हैं।
प्रदेश के अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी बेहद गंभीर
हूडा ने आरोप लगाया कि प्रदेश के अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी बेहद गंभीर हो गई है, और अधिकतर अस्पतालों में बुनियादी सुविधाएं भी नदारद हैं। “अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है, दवाइयां नहीं हैं, और मेडिकल उपकरणों का भी भारी अभाव है” उन्होंने कहा। उनका कहना था कि ऐसी स्थिति में मरीजों को उचित इलाज की कोई उम्मीद नहीं बची है, खासकर ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति और भी खराब हो चुकी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने नायब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकताएं लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की बजाय अन्य मुद्दों पर केंद्रित हैं। उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कभी भी ठोस कदम नहीं उठाए हैं, और इसका खामियाजा गरीब और जरूरतमंद लोग भुगत रहे हैं।”
प्रदेश के लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है।
हूडा ने प्रदेश में डॉक्टरों की भर्ती में हो रही देरी पर भी सवाल उठाए और कहा कि इससे प्रदेश के लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि डॉक्टरों की भर्ती तत्काल की जाए और अस्पतालों में आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि अगर स्वास्थ्य सेवाओं में जल्द सुधार नहीं किया गया, तो लोगों का विश्वास सरकार पर पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार को अपनी नाकामियों को स्वीकार कर प्रदेश में अस्पतालों के सुधार के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
धरातल पर इन योजनाओं की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं।
यह बयान उस वक्त सामने आया है जब सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए कई योजनाओं की घोषणा की थी, लेकिन धरातल पर इन योजनाओं की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें और उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।