पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर सीबीए की मांग—SP, कलेक्टर निलंबित हों, CBI जांच की जरूरत
रायपुर, छत्तीसगढ़ (6 जनवरी 2024):
छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन (CBA) ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को माफिया, राजनेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत का परिणाम बताया है। संगठन ने CBI जांच और बीजापुर के कलेक्टर व एसपी को निलंबित करने की मांग की है।
हत्या का कारण—भ्रष्टाचार उजागर करना
CBA ने अपने बयान में कहा कि मुकेश ने अरबों के सड़क निर्माण में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार उजागर किया था। इसके बावजूद प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे अपराधियों और राजनेताओं के गठजोड़ का खुलासा होता है।
पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग
आंदोलन ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पत्रकारों की सुरक्षा में असफल रही हैं। बस्तर में पत्रकारों को डराना-धमकाना आम बात हो गई है। कुछ समय पहले बाप्पी राय पर फर्जी गांजा तस्करी का आरोप लगाया गया था। अब पत्रकारों की हत्याएं तक हो रही हैं।
CBA का संकल्प
सीबीए ने मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे लोकतंत्र की रक्षा और न्याय के लिए आंदोलन जारी रखेंगे। संगठन ने जनता से एकजुट होकर माफियाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ने का आह्वान किया है।
संयुक्त संगठन के प्रतिनिधि:
आंदोलन में आलोक शुक्ला, संजय पराते, मनीष कुंजाम, रमाकांत बंजारे, शालिनी गेरा, जैकब कुजूर जैसे कई संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हैं।