गुरुग्राम पुलिस ने ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया
गुरुग्राम, 9 जनवरी 2025। गुरुग्राम पुलिस ने एक अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जो हर्बल सेक्सुअल दवाइयां बेचने के नाम पर लोगों से ऑनलाइन ठगी कर रहा था। इस फर्जी कॉल सेंटर से 11 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 4 महिलाएं भी शामिल हैं। आरोपियों के कब्जे से 2 लैपटॉप, 4 मोबाइल फोन और नकली दवाइयां बरामद की गई हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर) प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में, थाना साइबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम की टीम ने 6 जनवरी 2025 को गांव डुंडाहेड़ा में फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा। यह कॉल सेंटर ऑनलाइन हर्बल दवाइयां बेचने के नाम पर लोगों को ठगने के लिए संचालित हो रहा था।
गिरफ्तार किए गए आरोपी:
- अमनदीप (मुख्य संचालक) – मुंबई का निवासी।
- रंजीत कुमार (सह-संचालक) – दिल्ली का निवासी।
- मोहम्मद कासिम, प्रतुष मिश्रा, सुशील कुमार, बृजेश शर्मा, अनूप कुमार – उत्तर प्रदेश और बिहार से।
- राशिका राणा, ईशा, सोनाली कनोजिया, मेघा – दिल्ली की निवासी।
फर्जीवाड़े का तरीका:
- आरोपियों ने फेसबुक पर “दी वैदिक आयुर्वेदिक” नाम से एक पेज बनाया था।
- पेज पर हर्बल सेक्सुअल दवाइयों की भ्रामक विज्ञापन पोस्ट किए जाते थे।
- लोग विज्ञापनों में दिए गए नंबरों पर कॉल करते या ऑर्डर प्लेस करते थे।
- आरोपियों ने ग्राहकों से प्रीपेड पेमेंट लेकर नकली दवाइयां भेजी।
- कभी-कभी अतिरिक्त शुल्क वसूलने के लिए QR कोड और UPI आईडी का इस्तेमाल कर पैसे ठग लिए जाते थे।
कितने समय से चल रहा था फर्जीवाड़ा?
पुलिस जांच में पता चला कि यह फर्जी कॉल सेंटर पिछले 9-10 महीनों से ठगी कर रहा था। कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों को 18,000-20,000 रुपये मासिक वेतन के साथ प्रदर्शन के आधार पर बोनस दिया जाता था।
पुलिस की कार्रवाई:
- गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 66D और अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
- पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ठगी में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण और नकली दवाइयां बरामद की हैं।
- मुख्य आरोपियों से पूछताछ जारी है, और इस गिरोह से जुड़े अन्य संभावित सदस्यों की तलाश की जा रही है।
गुरुग्राम पुलिस का संदेश:
गुरुग्राम पुलिस ने जनता को सतर्क रहने और ऑनलाइन लेनदेन करते समय सावधानी बरतने की अपील की है। साइबर अपराध रोकने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इस कामयाबी से गुरुग्राम पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता को फिर से साबित किया है।