साईबर ठगी में संलिप्त शिवालिक
गुरुग्राम, 11 जनवरी 2024 /
गुरुग्राम पुलिस ने साईबर ठगी के एक मामले में शिवालिक स्मॉल फाईनेन्स बैंक के आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर आरोप है कि उसने एक महिला से अपने भतीजे को खतरे में बताकर इमरजेंसी के नाम पर ठगी की और साईबर ठगों को बैंक खाता उपलब्ध कराया था। इस मामले में पुलिस ने अब तक कुल 26 बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है।
घटना का विवरण: गुरुग्राम पुलिस को 07 अक्टूबर 2024 को एक महिला ने शिकायत दी थी, जिसमें बताया कि किसी ने उसके भतीजे को खतरे में बताकर इमरजेंसी के नाम पर उससे करीब 3 लाख 70 हजार रुपए ठग लिए। महिला की शिकायत पर थाना साईबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।
अरेस्ट की जानकारी: साईबर अपराध पुलिस टीम, जिसमें श्री प्रियांशु दीवान HPS, सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध गुरुग्राम, और महिला उप-निरीक्षक सीमा शामिल थे, ने 08 जनवरी 2025 को आरोपी को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान देव प्रिय गौतम, निवासी रकबगंज, जिला आगरा (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई।
ठगी का तरीका: पुलिस पूछताछ में यह सामने आया कि आरोपी देव प्रिय गौतम शिवालिक स्मॉल फाईनेन्स बैंक की नोएडा शाखा में मई 2024 से सितंबर 2024 तक कार्यरत था। इस दौरान उसकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई जिसने उसे बताया कि वह साईबर ठगी का काम करता है और उसे बैंक खाता खोलने की आवश्यकता है। इस व्यक्ति ने आरोपी से कहा कि वह उसके लिए खाता खोले और बदले में डेढ़ लाख रुपए देगा। लालच में आकर आरोपी ने बैंक खाता खोल दिया और इसे ठग के पास भेज दिया। आरोपी ने खाता खोलने के बदले डेढ़ लाख रुपए प्राप्त किए और उक्त खाते में ठगी की गई राशि में से 2 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए।
पुलिस कार्यवाही: गुरुग्राम पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है और साईबर ठगी के इस मामले में पूरी जांच की जा रही है। गुरुग्राम पुलिस द्वारा अब तक इस प्रकार की ठगी में कुल 26 बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस मामले में पुलिस की जांच अभी जारी है और अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए भी छापेमारी की जा रही है।