शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ सीएम ने की मीटिंग,
चंडीगढ़, 11 जनवरी 2025 /
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें राज्य की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने और उसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में शिक्षा के स्तर को सुधारने, डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने और शिक्षक प्रशिक्षण के लिए विशेष योजनाओं पर चर्चा की गई।
- शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए योजनाएं
मुख्यमंत्री ने राज्य में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए एक नई कार्य योजना बनाने का आदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक स्कूल में शिक्षकों की गुणवत्ता और विद्यार्थियों के प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। इसके तहत बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए अध्यापकों को नवीनतम शैक्षिक विधियों से अवगत कराया जाएगा। - डिजिटल शिक्षा का विस्तार
बैठक में डिजिटल शिक्षा को और अधिक बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि राज्य की सभी सरकारी स्कूलों में इंटरनेट सुविधाओं और डिजिटल उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, डिजिटल माध्यम से बच्चों की पढ़ाई को और अधिक इंटरैक्टिव और प्रभावी बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग बढ़ाया जाएगा। - स्कूलों में मिड-डे मील की गुणवत्ता में सुधार
मुख्यमंत्री ने मिड-डे मील योजना के तहत बच्चों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने निर्देश दिए कि मिड-डे मील में पौष्टिकता और स्वाद को बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं, ताकि बच्चों की शारीरिक और मानसिक विकास में कोई रुकावट न हो। - शिक्षकों के प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रम
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों के निरंतर प्रशिक्षण और विकास के लिए कार्यक्रम आयोजित करेगी। इसके तहत शिक्षकों को नवीनतम शैक्षिक तकनीकों से अवगत कराया जाएगा, ताकि वे छात्रों को बेहतर तरीके से पढ़ा सकें और उनकी शैक्षिक जरूरतों को पूरा कर सकें। - नए स्कूलों का निर्माण और सुविधाओं में सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नए स्कूलों के निर्माण और पुराने स्कूलों में सुधार के लिए बजट बढ़ाएगी। इसके तहत स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी को दूर किया जाएगा, जिससे छात्रों को अच्छी शिक्षा मिल सके। खासकर ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाएगा। - विशेष ध्यान ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों पर
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार को विशेष ध्यान उन क्षेत्रों में देना चाहिए जहां शिक्षा की सुविधाएं सीमित हैं। ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं का निर्माण किया जाएगा, ताकि हर बच्चे को समान अवसर मिल सके।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से अपील की कि वे अपने कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर लागू करें और सुनिश्चित करें कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य हर बच्चे को अच्छी शिक्षा देना है, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता का उपयोग कर सकें और अपने सपनों को पूरा कर सकें।”
हरियाणा के मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में लिए गए फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए संजीदा है। इन निर्णयों के बाद प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत और प्रभावी बनाने की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे आने वाले समय में बच्चों के बेहतर भविष्य की नींव रखी जा सके।